भोपाल। एक तरफ PM मोदी अपने नेताओं को फिजूलखर्ची से बचने की नसीहत देते हैं, लेकिन नेता और मंत्रियों पर इस नसीहत का कोई असर दिखाई नहीं देता है. मध्य प्रदेश के VIP नेता और मंत्रियों ने 113 करोड़ से ज्यादा की हवाई यात्रा कर डाली हैं. एमपी में साल 2010 से 2020 के बीच प्रदेश के मंत्रियों, वीआईपी और अन्य पात्र व्यक्तियों ने 21 निजी कंपनियों के विमानों से जमकर हवाई यात्राएं की. इसके लिए इन निजी कंपनियों को 113 करोड़ 59 लाख रुपए का किराया दिया गया. वहीं राज्य सरकार के खुद के विमानों से की गई हवाई यात्राओं पर 7 करोड़ 48 लाख का ईंधन पर खर्च किया गया.
इन फ्लाइट्स को दिया सबसे ज्यादा किराया: मध्यप्रदेश में नेताओं और मंत्रियों की हवाई यात्रा पर सबसे अधिक किराया दो निजी कंपनियों के विमानों के लिए दिया गया. मेसर्स सारथी एयरवेज प्राईवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 52 करोड़, 83 लाख, 38 हजार 16 रुपए का किराया दिया गया. दूसरे नंबर पर मेसर्स ऐरो एयरक्राफ्ट सेल्स एंड चार्टर प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 30 करोड़ 25 लाख 20 हजार 774 रुपए किराए के रुप में दिया गया. मेसर्स एयर चार्टर सर्सिसेस प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 17 करोड़, 47 लाख 39 हजार 14 रुपए किराए के रुप में दिए गए. इसके अलावा मेसर्स वीएसआर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 5 करोड़ 57 लाख 90 हजार 511, ऑर्बिट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 2 करोड़ 4 लाख 3 हजार 590 रुपए, स्पान एयर प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 2 करोड़ 53 लाख 4825 रुपए का किराया दिया गया.
विधानसभा में कांग्रेस ने उठाया सवाल: इसके अलावा भी सरकार के नेताओं ने कई फ्लाइट्स के लिए करोड़ों का भुगतान किया है. जिनमें एयर किंग चार्टर नई दिल्ली, ओएसएस एविएशन भोपाल, स्कायलिफ्ट एविएशन नई दिल्ली, फ्लेप्स एविएशन नई दिल्ली, इनोवेटिव एविएशन दिल्ली, पिनेकल एयर नई दिल्ली, जेस्ट एविएशन, एविएशन दिल्ली, पिनेकल एयर, दिल्ली, जेस्ट एविएशन दिल्ली, सूर्या एविएशन, एलोफ्ट एविएशन दिल्ली सराया एविएशन दिल्ली, डीबी एयर भास्कर एक्सऑइल भोपाल, एयर वर्क्स दिल्ली, एस्ट्रो एयर चार्टर नई दिल्ली तथा तोरियन आयरन एंड स्टील दिल्ली शामिल हैं. विधानसभा में इस सवाल के उत्तर में सरकार की तरफ से जवाब आया है. कांग्रेस मेवाराम जाटव के सवाल पर विधानसभा में जवाब दिया गया.