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राजधानी में प्रॉपर्टी के नाम पर धोखाधड़ी, IAS- IRS की पत्नी पर मामला दर्ज, व्यापमं घोटाले के आरोपी और बैंक अफसर सहित 8 शामिल - MP crime News

राजधानी भोपाल में प्रॉपर्टी के नाम पर जमकर फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं. यह फ्रॉड करने वाला काेई गुंडे बदमाश नहीं, बल्कि आईएएस और आईआरएस समेत दूसरे रिच फैमिली के लोग हैं. ऐसा ही एक बड़ा मामला कोलार थाने का सामने आया है. जहां कोर्ट के आदेश के बाद फ्रॉड करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें बैंक अफसर और व्यापमं घाेटाले में शामिल रहे लोग भी हैं.

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 5, 2023, 5:33 PM IST

भोपाल। शहर के इस हाई प्रोफाइल मामले की एफआईआर कोर्ट के आदेश के 12 दिन बाद जाकर दर्ज की गई है. मामला शहर के पॉश इलाके में जमीन से जुड़ा है. इस एफआईआर में शामिल नामों को देखकर हर कोई चौंक रहा है. पुलिस ने इस मामले में भादवि की धारा 406, 409, 420 और 120बी के तहत प्रकरण दर्ज किए हैं. जिनके खिलाफ यह मामला दर्ज हुआ. उनमें आईएएस-आईआरएस अधिकारियों की पत्नी और आयुष विभाग के पूर्व ओएसडी की बेटी है. दर्ज मामले के अनुसार भोपाल के बंजारी इलाके में स्थित एक जमीन बैंक में लोन पर गिरवी रखी थी.

इसकी वर्तमान कीमत करीब 30 से 31 करोड़ है, लेकिन फ्रॉड करने वालों ने इस प्रॉपर्टी को महज साढ़े 6 करोड़ में नीलाम कर दिया गया था. कोर्ट आर्डर के अनुसार भोपाल के शाहपुरा इलाके में रहने वाले आदित्य भटनागर ने बैंक ऑफ बड़ौदा से साल 2010 में 4.75 करोड़ का लोन लिया था. यह लोन उन्होंने

Bhopal Property fraud case
कोर्ट आर्डर की कॉपी
अपनी एक्सटोल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के लिए लिया था. इसके बाद कंपनी को 12.72 करोड़ का टर्म लोन मिला था. तब बैंक ऑफ बड़ौदा के वेल्यूयर ने इस जमीन का वैल्युएशन 13.72 करोड़ रुपए से अधिक कराया था. कंपनी की तरफ से इस लोन की किश्तें लगातार जनवरी 2016 तक जमा की जा रही थी, लेकिन इसी साल मार्च में अचानक बैंक ने कंपनी के लोन अकाउंट को नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) घोषित कर दिया. यानी यह बता दिया कि कर्जदाता किश्त नहीं चुका पा रहा है. इसके बाद कंपनी के ऑनर इस विवाद को लेकर डीआरटी जबलपुर लेकर गए. कमाल की बात यह है कि बैंक द्वारा जिस प्रॉपर्टी की कीमत 13.72 करोड़ रुपए आंकी गई थी, उसी जमीन की कीमत वैल्युअर की मदद से वर्ष 2021 में 6.22 करोड़ बता दी गई. इतना ही नहीं इसी कीमत पर नीलाम भी कर दी गई. हद यह है कि इस बोली में सिंगल पार्टी ही शामिल हुई.
Bhopal Property fraud case
कोर्ट आर्डर की कॉपी

फ्रॉड तरीके से नीलामी करके पुलिस के साए में लिया कब्जा: जिस जमीन को लेकर कोर्ट ने निर्णय सुनाया, उस पर 13 मार्च 2023 की सुबह अचानक 20 लोग घुस गए और मकान में रखे सभी सामान का बाहर निकालकर फेक दिया. यह स्थिति तब थी, जबकि प्रॉपर्टी का यह मामला जबलपुर के साथ इलाहाबाद कोर्ट में भी पेंडिंग था. इसके पहले की कोई फैसला होता, रिकवरी एजेंट ने कुछ लोगों की मदद से जबरिया प्रापॅर्टी में घुसकर उस पर कब्जा कर लिया. इसमें पुलिस ने भी भरपूर सहयोग किया. तब इस मामले में पीड़ित पक्ष ने धारा 154(1) सीआरपीसी और 157(1) सीआरपीसी के तहत गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज करने का आवदेन पुलिस को दिया.

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यह हैं आरोपी, इनके खिलाफ कोर्ट में लगाया परिवाद: इस पूरे मामले में प्रापर्टी के ऑनर आदित्य भटनागर ने कोर्ट में परिवाद लगाया और 23 सितंबर 2023 को फैसला हुआ. कोर्ट के आदेश पर कोलार रोड पुलिस ने कुल 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इनमें बैंक आफ बड़ौदा (BANK OF BADODA) के प्रबंधक आंचलिक दबाव ग्रस्त आस्ति वसूली शाखा जबलपुर राकेश भाटिया, मुख्य प्रबंधक आरओएसआरबी अरेरा हिल्स एवं आंचलिक दबाव ग्रस्त वसूली शाखा जबलपुर प्रेम सिंह, दून मोटर्स, ज्योति शॉपिंग कॉम्प्लेक्स एमपी नगर अबरार खान, ओमैन एसेसर्स शिवाजी नगर संदीप अग्रवाल, मनोज गुप्ता एंड एसोसिएट कस्तूरबा नगर मनोज गुप्ता, लीड मेंबर मुस्कान गुप्ता, सागर लैंडमार्क निवासी सोनू पचौरी, बागपत, उप्र निवासी रेनू चौधरी और ग्लोबस फेव सिटी, चूना भट्टी सुनीता डेहरिया शामिल हैं. इन आरोपियों में शामिल महिला रेणु चौधरी आईएएस अधिकारी वीरेंद्र सिंह की पत्नी हैं. वहीं मुस्कान आयुष विभाग के पूर्व ओएसडी की बेटी हैं. जबकि एक अन्य आरोपी सुनीता एक आईआरएस अधिकारी की पत्नी हैं. इस लिस्ट में जिस सोनू पचौरी का नाम शामिल है, वह व्यापमं घोटाले समेत कई घटनाओं में आरोपी रहा है.

भोपाल। शहर के इस हाई प्रोफाइल मामले की एफआईआर कोर्ट के आदेश के 12 दिन बाद जाकर दर्ज की गई है. मामला शहर के पॉश इलाके में जमीन से जुड़ा है. इस एफआईआर में शामिल नामों को देखकर हर कोई चौंक रहा है. पुलिस ने इस मामले में भादवि की धारा 406, 409, 420 और 120बी के तहत प्रकरण दर्ज किए हैं. जिनके खिलाफ यह मामला दर्ज हुआ. उनमें आईएएस-आईआरएस अधिकारियों की पत्नी और आयुष विभाग के पूर्व ओएसडी की बेटी है. दर्ज मामले के अनुसार भोपाल के बंजारी इलाके में स्थित एक जमीन बैंक में लोन पर गिरवी रखी थी.

इसकी वर्तमान कीमत करीब 30 से 31 करोड़ है, लेकिन फ्रॉड करने वालों ने इस प्रॉपर्टी को महज साढ़े 6 करोड़ में नीलाम कर दिया गया था. कोर्ट आर्डर के अनुसार भोपाल के शाहपुरा इलाके में रहने वाले आदित्य भटनागर ने बैंक ऑफ बड़ौदा से साल 2010 में 4.75 करोड़ का लोन लिया था. यह लोन उन्होंने

Bhopal Property fraud case
कोर्ट आर्डर की कॉपी
अपनी एक्सटोल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के लिए लिया था. इसके बाद कंपनी को 12.72 करोड़ का टर्म लोन मिला था. तब बैंक ऑफ बड़ौदा के वेल्यूयर ने इस जमीन का वैल्युएशन 13.72 करोड़ रुपए से अधिक कराया था. कंपनी की तरफ से इस लोन की किश्तें लगातार जनवरी 2016 तक जमा की जा रही थी, लेकिन इसी साल मार्च में अचानक बैंक ने कंपनी के लोन अकाउंट को नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) घोषित कर दिया. यानी यह बता दिया कि कर्जदाता किश्त नहीं चुका पा रहा है. इसके बाद कंपनी के ऑनर इस विवाद को लेकर डीआरटी जबलपुर लेकर गए. कमाल की बात यह है कि बैंक द्वारा जिस प्रॉपर्टी की कीमत 13.72 करोड़ रुपए आंकी गई थी, उसी जमीन की कीमत वैल्युअर की मदद से वर्ष 2021 में 6.22 करोड़ बता दी गई. इतना ही नहीं इसी कीमत पर नीलाम भी कर दी गई. हद यह है कि इस बोली में सिंगल पार्टी ही शामिल हुई.
Bhopal Property fraud case
कोर्ट आर्डर की कॉपी

फ्रॉड तरीके से नीलामी करके पुलिस के साए में लिया कब्जा: जिस जमीन को लेकर कोर्ट ने निर्णय सुनाया, उस पर 13 मार्च 2023 की सुबह अचानक 20 लोग घुस गए और मकान में रखे सभी सामान का बाहर निकालकर फेक दिया. यह स्थिति तब थी, जबकि प्रॉपर्टी का यह मामला जबलपुर के साथ इलाहाबाद कोर्ट में भी पेंडिंग था. इसके पहले की कोई फैसला होता, रिकवरी एजेंट ने कुछ लोगों की मदद से जबरिया प्रापॅर्टी में घुसकर उस पर कब्जा कर लिया. इसमें पुलिस ने भी भरपूर सहयोग किया. तब इस मामले में पीड़ित पक्ष ने धारा 154(1) सीआरपीसी और 157(1) सीआरपीसी के तहत गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज करने का आवदेन पुलिस को दिया.

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यह हैं आरोपी, इनके खिलाफ कोर्ट में लगाया परिवाद: इस पूरे मामले में प्रापर्टी के ऑनर आदित्य भटनागर ने कोर्ट में परिवाद लगाया और 23 सितंबर 2023 को फैसला हुआ. कोर्ट के आदेश पर कोलार रोड पुलिस ने कुल 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इनमें बैंक आफ बड़ौदा (BANK OF BADODA) के प्रबंधक आंचलिक दबाव ग्रस्त आस्ति वसूली शाखा जबलपुर राकेश भाटिया, मुख्य प्रबंधक आरओएसआरबी अरेरा हिल्स एवं आंचलिक दबाव ग्रस्त वसूली शाखा जबलपुर प्रेम सिंह, दून मोटर्स, ज्योति शॉपिंग कॉम्प्लेक्स एमपी नगर अबरार खान, ओमैन एसेसर्स शिवाजी नगर संदीप अग्रवाल, मनोज गुप्ता एंड एसोसिएट कस्तूरबा नगर मनोज गुप्ता, लीड मेंबर मुस्कान गुप्ता, सागर लैंडमार्क निवासी सोनू पचौरी, बागपत, उप्र निवासी रेनू चौधरी और ग्लोबस फेव सिटी, चूना भट्टी सुनीता डेहरिया शामिल हैं. इन आरोपियों में शामिल महिला रेणु चौधरी आईएएस अधिकारी वीरेंद्र सिंह की पत्नी हैं. वहीं मुस्कान आयुष विभाग के पूर्व ओएसडी की बेटी हैं. जबकि एक अन्य आरोपी सुनीता एक आईआरएस अधिकारी की पत्नी हैं. इस लिस्ट में जिस सोनू पचौरी का नाम शामिल है, वह व्यापमं घोटाले समेत कई घटनाओं में आरोपी रहा है.

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