भोपाल। गोविंदपुरा थाने के एसआई मुकेश स्थापक ने बताया कि राजेश बजाज मकान नंबर 246 गौतम नगर गोविंदपुरा में रहते हैं. वह एक होटल का संचालन करते हैं. उन्होंने पुलिस को शिकायती आवेदन देते हुए बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया सापर एक मसाजर का विज्ञापन देखा था. विज्ञापन में मसाजर के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी गई थी. उसकी कीमत दो हजार रुपए थी. पसंद आने पर उन्होंने उक्त मसाजर को दिसंबर महीने में इंस्टा कार्ट के माध्यम से बुक किया और उन्होंने कैश ऑन डिलेवरी का ऑप्शन दिया.
पहली बार में ही धोखा : उन्होंने कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प भी चुना ताकि जब सामान उनके पास आ जाए तो वह उसका पेमेंट कर सकें. जिससे कि किसी तरह की कोई धोखाधड़ी होने की संभावना ना हो. पहली बार जब उनके घर डिलेवरी ब्याय आया और उन्होंने उसे रुपए दे दिए और उन्होंने बॉक्स खोला तो मसाजर नहीं था. बॉक्स में कागज के गत्ते टुकड़े थे. उसके बाद उन्होंने इन कंपनियों के नंबर अरेंज कर शिकायत करनी चाही लेकिन वे शिकायत नहीं कर सके. इस पूरे मामले में हो रही गड़बड़ी को जानने के लिए फिर से इसी प्रोसेस फिर मसाजर की बुकिंग की गई.
प्लास्टिक का स्टूल निकला : शिकायतकर्ता ने बताया कि इस बार भी उन्होंने कैश ऑन डिलीवरी के विकल्प को चुना. इस बार उनके घर पर पहले वाला नहीं कोई दूसरा डिलेवरी ब्याय सामान लेकर पहुंचा तो उन्होंने उसे रोक लिया और उसके सामने ही बॉक्स खोला और इस बार भी मसाजर की जगह प्लास्टिक का स्टूल निकला. उन्होंने डिलेवरी ब्याय को धमकाते हुए कंपनी का नाम पूछा तो उसने बताया कि वह निंबस पोस्ट कंपनी का कर्मचारी है. उसका काम पार्सल डिलेवर करना है और पैसे लेना है. उका काम पार्सल पैक करना नहीं.
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पुलिस ने नोटिस जारी किया : अन्य लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी ना हो, इसके लिए राजेश बजाज ने घटना की शिकायत गोविंदपुरा पुलिस से की. गोविंदपुरा पुलिस ने दोनों कंपनी के कर्मचारियों पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. क्योंकि यह पूरा मामला ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़ा हुआ है और इसमें 3 से 4 चैनल होते हैं, जिसको देखते हुए पुलिस ने सभी को नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही वह इस पूरे मामले का खुलासा कर लेगी कि पूरे मामले में गड़बड़ कहां से हो रही है. इसका खुलासा करेंगे.