भोपाल। एंटी रैगिंग कमेटियां बनाने के बाद भी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में रैगिंग के मामले थमते नजर नहीं आ रहे हैं. इन मामलों में कई बार छात्र शिकायत नहीं करते, तो यह और बढ़ जाते हैं. जबकि शिकायत करने के बाद कई बार पुष्टि नहीं हो पाती और इन मामलों में बढ़त लगातार होती जा रही है. ऐसा ही एक मामला भोपाल स्थित नेशनल लॉ इंस्टिट्यूट व यूनिवर्सिटी में सामने आया है. यहां पर इंदौर कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा के बेटे की रैगिंग की पुष्टि हुई है.
एंटी रैगिंग कमेटी में की शिकायत: यह घटना 19 फरवरी की बताई जा रही है. इसमें यूनिवर्सिटी के 3 सीनियर छात्रों ने पीड़ित छात्र को शराब पीने ओर पिलाने के लिए बोला था, लेकिन छात्र ने जब मना किया तो उन्होंने उसकी पिटाई लगा दी. इसके बाद पीड़ित छात्र ने इसकी शिकायत एंटी रैगिंग कमेटी में की और कमेटी ने जब जांच की तो छात्र की शिकायत सही पाई जाने पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन को इसकी रिपोर्ट दी.
छात्रों के खिलाफ एक्शन: इस मामले में यूनिवर्सिटी की ओर से इसकी पुष्टि की गई है. उनका कहना है कि, एंटी रैगिंग कमेटी की ओर से जो रिपोर्ट आई थी उसके बाद पूरे मामले में छानबीन की गई. यूनिवर्सिटी कैंपस में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह देखने में आया कि सीनियर छात्र पीड़ित जूनियर छात्र के हॉस्टल में गए थे. जबकि सीनियर्स का जूनियर हॉस्टल में जाना प्रतिबंधित है. इसके बाद तीनों सीनियर छात्रों को हॉस्टल से बाहर कर दिया गया है.
Indore Ragging Case से जुड़ी ये खबरें जरूर पढ़ें... |
पहले भी आ चुके हैं मामले: छात्रों के खिलाफ एक्शन लेते हुए यूनिवर्सिटी की कोई भी गतिविधि में उनको शामिल नहीं होने के निर्देश दिए गए हैं. जो तीनों सीनियर छात्र जूनियर के पास गए थे, उनसे वहां जाने का कारण भी पूछा गया था. जिसके जवाब में उनका कहना था कि, वह एक अन्य जूनियर छात्र को दवाई देने गए थे. लेकिन उनके बयानों में ज्यादा सत्यता नजर नहीं आई, जिसके बाद प्रबंधन द्वारा यह कार्रवाई की गई है. आपको बता दें कि भोपाल के पास केरवा रोड पर बनी नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी में पहले भी कई बार रैगिंग के मामले सामने आ चुके हैं. कुछ साल पहले ही छात्र और छात्राएं यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों को लेकर कैंपस में ही हड़ताल पर बैठ गए थे. जिसके बाद भी खासा बवाल हुआ था.