भोपाल। नगर निगम टैक्स वसूलने को लेकर नई पहल कर रहा है. यह पहल आम नागरिकों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. निगम इस बार टैक्स वसूलने के लिए लोगों को निलामी के नोटिस दे रहा है. यह नोटिस इनके घरों पर चस्पा करने के साथ, उसके फोटो को खींच कर निगम मुख्यालय के ऐप में अपलोड किया जा रहा है. लोगों का आरोप है कि, इनके मकान 25 से 30 लाख के हैं. महज 12 से 13 हजार टैक्स जमा नहीं करने के चलते इन्हें मकान निलामी की नोटिस दे दिए गए हैं. नीलामी की तारीख भी उसमें घोषित की गई है.
निगम के ऐप पर फोटो अपलोड: भोपाल नगर निगम जो करें वह कम है. ऐसा ही कुछ इस बार टैक्स कलेक्शन के दौरान देखने में आ रहा है. भोपाल नगर निगम में इस बार 2 साल देरी से चुनावों के बाद नगर सरकार बनी है. टैक्स वसूली का पूरा अभियान भोपाल नगर निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी ने अपने जिममें संभाला है. उन्होंने इसके लिए बकायदा लोगों के घरों में नीलामी तक के नोटिस दे दिए, और इन नोटिस को आम लोगों के बिल्डिंग और घरों पर लगाने के बाद उसके फोटो तक निगम के ऐप पर अपलोड करने को कहा गया है. इस पूरी प्रक्रिया से आम जनता परेशान हैं. भोपाल के डिपो चौराहे के पास रहने वाले विक्रम की परेशानी यह है कि, वह जिस मल्टीस्टोरी में रहते हैं वह उनके पिता के नाम पर है. उसमें उनका फ्लैट है. जिसमें उसकी कीमत लगभग 25 से 30 लाख के बीच में है.
नीलामी का नोटिस: विक्रम मुंबई में जॉब करते हैं. भोपाल में कम रहते हैं. ऐसे में यह पिछले 3 से 4 साल से प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं कर पाए. नगर निगम ने इनको प्रॉपर्टी टैक्स के नोटिस देने के अलावा अब घर के नीलामी के दस्तावेज ही घर के बाहर चिपका दिया है. इनका कहना है कि जब 12 से 13 हजार जमा करने को तैयार हैं. ऐसे में नीलामी की प्रक्रिया और इस तरह से नोटिस चिपकाना कहां तक सही है. इसको लेकर इनका कहना है कि इससे इनकी छवि धूमिल करने का प्रयास और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम नगर निगम के अधिकारी कर रहे हैं.
आम जन चिंतित: यह केवल एक मामला नहीं है. भोपाल में हर दूसरे या तीसरे घर में इस तरह नीलामी के नोटिस नगर निगम चिपका रहा है. इसमें बकायदा तिथि का उल्लेख भी किया गया है. लोगों का कहना है कि, उनकी CR खराब हो रही है और आने वाले दिनों में उन्हें अगर मकान पर लोन लेना है तो वह भी नहीं मिलेगा. जबकि यह लोग पैसे जमा करने को तैयार हैं.
बुजुर्ग दंपत्ति परेशान: कई घरों में कुछ बुजुर्ग दंपत्ति रहते हैं. निगम मुख्यालय तक जाने में भी सक्षम नहीं है. इनका कहना है कि, अगर टैक्स की राशि जमा ही करवानी थी तो कोई अधिकारी घर पर आता और जानकारी देता तो ठीक था. ऐसे में नीलामी का लेटर चस्पा करने से यह बुजुर्ग परेशान है. इनकी आमदनी भी उतनी नहीं है. पेंशन पर इनका गुजारा होता है. ऐसे में एकदम से यह 20 से 25000 की राशि कहां से जमा कर पाएंगे. बुजुर्गों का कहना है कि, अगर ये पार्ट पेमेंट हो जाता तो बेहतर होता. नगर निगम कार्यालय गए थे तब वहां अधिकारियों ने कहा कि पूरा पैसा एक साथ जमा करना पड़ेगा. अब यह बुजुर्ग दंपति भी परेशान है.
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30 मार्च के पहले वसूली: नगर निगम के कमिश्नर इन सभी बातों से परे हैं. उनका कहना है कि कुछ भी हो टैक्स तो जमा करना ही होगा. वह कहते हैं कि इस बार नगर निगम में 450 सौ करोड़ का टारगेट रखा है. इस टारगेट को पूरा करने के लिए जो भी जरूरी होगा वह किया जाएगा. फिलहाल नगर निगम के अधिकारी लोगों के घरों पर इस तरह के नीलामी के लेटर चस्पा कर रहे हैं. इससे सबसे ज्यादा परेशानी उन बुजुर्गों को हो रही है जो अकेले रहते हैं. निगम कमिश्नर के अनुसार फिलहाल 85000 लोगों ने अभी तक नगर निगम का टैक्स नहीं दिया है. इसे किसी भी हाल में 30 मार्च के पहले टैक्स पूर्ण रूप से वसूला जाएगा.