भोपाल। लॉकडाउन के बाद जब धीरे-धीरे देश पटरी पर लौट रहा था, तब देश के विकास को लेकर पीएम मोदी ने देशवासियों को आत्मनिर्भर भारत का नारा दिया था. वहीं मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज भी आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का अभियान चला रहे हैं. भोपाल नगर निगम ने पीएम मोदी और सीएम के आत्मनिर्भर अभियान को अपनाया है. निगम ने आत्मनिर्भर अभियान को अपनाते हुए अपनी वर्कशॉप में नए नवाचारों की शुरूआत कर रहा है. जिससे वो आत्मनिर्भर और हाईटैक बन रहा है.
ऐसे बनेगा नगर निगम आत्मनिर्भर
आने वाले समय में भोपाल नगर निगम अपनी वर्कशॉप में कई बड़े बदलाव करने जा रहा है. जिसके बाद नगर निगम ठेकदारों के भरोसे नहीं खुद के भरोसे रहेगा.भोपाल नगर निगम अपनी वॉर्कशॉप को हाईटेक तरीके से संचालित करने की तैयारी में है. जिससे निगम के बेफिजूल के खर्चों से राहत मिलने के साथ उसकी आय भी बढ़ेगी. निगम के पास 1300 से ज़्यादा गाड़ियां मौजूद हैं, जिनके टायर अब वर्कशॉप में ही रिमोल्ट होंगे.
इसके अलावा गाड़ियों की बेट्री रिपेयर करने की सुविधा भी वर्कशॉप में देखने को मिलेगी. जिससे बाहर काम नहीं कराना पड़ेगा. साथ ही शहरभर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में लगे वाहनों को स्वच्छ रखने के लिए निगम के 6 ट्रांसफर स्टेशन पर वाशिंग पॉइंट लगाए गए हैं. जिससे गाड़ियों की धुलाई हो सके. इन गाड़ियों के साफ होने से शहरवासियों को बदबू से राहत मिलेगी. सालो से बंद पड़ी वर्कशॉप की लेथ मशीन से जॉब वर्क का काम किया जा रहा है. वाहनों के खराब होने पर बेल्डिंग से लेकर डेंटिंग पेंटिंग का काम भी अब वर्कशॉप के कर्मचारी ही करते हुए नज़र आ रहे हैं.
भोपाल नगर निगम की वर्कशॉप हाईटेक संसाधनों से होगी
- संचालितव र्कशॉप में गाड़ियों के टायर होंगे, रिमोल्ट गाड़ियों की बैटरी भी रिपेयर होगी एक ही स्थान पर
- 6 कचरा ट्रांसफर स्टेशन में सफाई के लिये वाशिंग सेंटर जिससे की आपके ओर हमारे घर के सामने कचरा लेते समय सफाई के साथ साफ सुथरे वाहन पहुच सकें, और पंचर शाखा भी खोले गए
- कचरा खंतीयों से मिली खराब पोकलेंड मशीनों को सुधारकर उपयोग में लिया जाएगा
- घंटो के हिसाब से अब नहीं चल सकेगी पोकलेंड मशीन
- हर साल सीएनजी प्लांट से नगर निगम को लाखों रुपये की होगी आय
निगम को आय बढ़ने की उम्मीद
मैकनिकल इंजीनियर व निगम वर्कशॉप के प्रभारी और उनकी टीम के प्रयासों से हाईटेक तरीके से वर्कशॉप को संचालित करने की कोशिश की जा रही है. जिस पर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी का कहना है की धीरे धीरे सभी कार्यों को गति दी जा रही है. इससे निगम की आय बढ़ने में भी काफी फायदा होगा अभी तक ये सभी काम ठेकेदारों द्वार बाहर करवाया जाता था.
बयो सीएनजी प्लांट से लाखों की कमाई
निगम एक साल में 61 लाख रुपये की कमाई अब इसी कचरे से करेगा. इस प्रोजेक्ट को लगाने के लिए निगम कोई राशि खर्च नहीं करेगा. बल्कि नासिक की एक कंपनी बायो सीएनजी प्लांट लगाएगी. निगम को इसके एवज में रूपए भी देगी. इस प्रोजेक्ट लेकर निगम और कंपनी के बीच एमओयू भी साइन हो गया है. नासिक की वेस्ट मेनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साथ मिलकर नगर निगम ने एक करार किया है. इसके तहत नगर निगम आदमपुर छावनी खंती में जहां पूरे शहर का कचरा डंप किया जाता है. इस 6 एकड़ जमीन पर नगर निगम के साथ कंपनी बॉयो सीएनजी प्लांट लगाएगी. नगर निगम कंपनी को रोज 200 टन गीला कचरा देगी जिससे कंपनी बॉयो सीएनजी बनाएगी. कचरे के बदले निगम को कंपनी हर साल 61 लाख रुपये भी देगी ये आय निगम को 20 साल तक मिलेगी.
फिर फैल न हो जाए प्लानिंग ?
गौरतलब है की नगर निगम की वर्कशॉप हमेशा चर्चाओं में रहती है. अब नए नवाचारों से निगम को कितना फायदा होगा यह आने वाला समय ही बताएगा..क्योंकि योजनाएं और प्लानिंग नगर निगम कई बार बना चुका है कुछ दिन उस पर काम किया जाता और बाद फिर वापस पुराने ढर्रे पर काम शुरू हो जाता है..