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FSSAI की ऑडिट रिपोर्ट जारी, भोपाल दुग्ध संघ को मिला ए-प्लस - Food Safety and Standards Authority of India

FSSAI की ऑडिट रिपोर्ट जारी हो गई है, जिसमें भोपाल दुग्ध संघ प्रदेश में सर्वोत्तम और शुद्ध साबित हुआ है. भोपाल दुग्ध संग को ए-प्लस श्रेणी में रखा गया है.

Bhopal Milk Union
भोपाल दुग्ध संघ
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Published : Sep 25, 2020, 10:20 AM IST

भोपाल| सहकारी दुग्ध संघ (सांची दूध) सहित अन्य उत्पाद गुणवत्ता सहित खाद्य सुरक्षा मानकों में मध्यप्रदेश में सर्वोत्तम और शुद्ध साबित हुए हैं. ये परिणाम FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) द्वारा किए गए ऑडिट रिपोर्ट में सामने आया हैं. संघ के भोपाल स्थित प्लांट का ऑडिट करने के बाद संस्था ने भोपाल दुग्ध संघ को कुल 106 में से 100 अंक दिए हैं और इसे ए-प्लस कैटेगरी का माना है.

Bhopal Milk Union
भोपाल दुग्ध संघ

प्रदेश में ए-प्लस दुग्ध संघ

संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत सांची उत्पादों की गुणवत्ता और शुद्धता को लेकर लगातार प्रयासरत थे और दुग्ध संग्रहण केन्द्र से लेकर प्लांट तक हर स्तर पर नजर रखी गई. जिसके परिणाम स्वरूप FSSAI की ऑडिट रिपोर्ट में दुग्ध संघ न केवल खरा उतरा है, बल्कि प्रदेश में ए-प्लस श्रेणी का एकमात्र संघ होने की उपलब्धि अर्जित की है. संभागायुक्त ने इस शानदार उपलब्धि पर संघ के सभी अमले को बधाई दी है. उन्होंने पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया के समय-समय पर दिए गए मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया है.

सांची दुग्ध संग को 106 में मिले 100 अंक

20 सितम्बर को FSSAI की ऑडिट रिपोर्ट में 48 मापदंडों पर ऑडिट किए जाने का उल्लेख है. इन बिन्दुओं के लिए कुल 106 अंक निर्धारित हैं. इन बिंदुओं में भोपाल दुग्ध संघ को 100 अंक अर्जित हुए हैं. इन मापदंडों में संघ के परिसर, अपनाई जाने वाली तकनीक, टैंकर की स्थिति, मशीनों की स्थिति, अमले की दक्षता, प्लांट की साफ-सफाई और रख-रखाव, पैकेजिंग, दुग्ध संघ में दूध का संकलन, प्रोडक्शन और परिवहन जैसे 48 बिंदुओं को खाद्य सुरक्षा के मानकों के अनुरूप होने संबंधी ऑडिट किया जाता है.

गुणवत्ता का परीक्षण

संघ ने पिछले 6 से 7 महीने में हर एक टैंकर की जीपीएस मानीटरिंग और ट्रैकिंग कार्य नियमित जवाबदेह, नियमित स्टॉफ द्वारा लगातार किया है. गुणवत्ता का परीक्षण, जीपीएस मॉनीटरिंग के लिए दुग्ध संघ के प्रशिक्षित नियमित स्टाफ के द्वारा ही किया जा रहा है. जिसके लिए टैंकर सील की जांच, मिलेट्री सुरक्षा एजेंसी द्वारा करवाई जा रही है. सील की जांच रिकॉर्ड भी साधारण किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त सील संबंधी जानकारी ईआरपी के अंतर्गत एमसीएमएस मॉडयूल में नियमित प्रविष्टि की जा रही है.

ये भी पढ़े- मेधावी छात्रों को मिलेगी लैपटॉप की राशि, सीएम शिवराज करेंगे विद्यार्थियों से सीधा संवाद

मिलावट की जांच के लिए किट उपलब्ध

प्रत्येक दुग्ध संग्रहण केन्द्र पर मिलावट की जांच के लिए एडल्ट्रेशन जांच किट और स्ट्रिप्स दी गई है. दुग्ध संघ की प्रयोगशाला में अत्याधुनिक जांच उपकरण मिल्को स्क्रीन स्थापित कर जांच की जा रही है. टैंकर के साथ दुग्ध संघ के अधिकृत सेवाकर्मी समिति से मुख्य संयंत्र पर आ रहे और गुणवत्ता जांच अपने समक्ष ही करवा रहे है.

तीन सदस्यीय टीम कर रही जांच

दुग्ध संघ द्वारा दुग्ध परिवहन के दौरान चेकिंग, बीएमसी समितियों के चेकिंग, शीन केन्द्रों के निरीक्षण के लिए संघ के अधिकारियों की तीन सदस्यीय टीम गठित की गई हैं, जो नियमित औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट तत्काल पेश कर रही है.

भोपाल| सहकारी दुग्ध संघ (सांची दूध) सहित अन्य उत्पाद गुणवत्ता सहित खाद्य सुरक्षा मानकों में मध्यप्रदेश में सर्वोत्तम और शुद्ध साबित हुए हैं. ये परिणाम FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) द्वारा किए गए ऑडिट रिपोर्ट में सामने आया हैं. संघ के भोपाल स्थित प्लांट का ऑडिट करने के बाद संस्था ने भोपाल दुग्ध संघ को कुल 106 में से 100 अंक दिए हैं और इसे ए-प्लस कैटेगरी का माना है.

Bhopal Milk Union
भोपाल दुग्ध संघ

प्रदेश में ए-प्लस दुग्ध संघ

संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत सांची उत्पादों की गुणवत्ता और शुद्धता को लेकर लगातार प्रयासरत थे और दुग्ध संग्रहण केन्द्र से लेकर प्लांट तक हर स्तर पर नजर रखी गई. जिसके परिणाम स्वरूप FSSAI की ऑडिट रिपोर्ट में दुग्ध संघ न केवल खरा उतरा है, बल्कि प्रदेश में ए-प्लस श्रेणी का एकमात्र संघ होने की उपलब्धि अर्जित की है. संभागायुक्त ने इस शानदार उपलब्धि पर संघ के सभी अमले को बधाई दी है. उन्होंने पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया के समय-समय पर दिए गए मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया है.

सांची दुग्ध संग को 106 में मिले 100 अंक

20 सितम्बर को FSSAI की ऑडिट रिपोर्ट में 48 मापदंडों पर ऑडिट किए जाने का उल्लेख है. इन बिन्दुओं के लिए कुल 106 अंक निर्धारित हैं. इन बिंदुओं में भोपाल दुग्ध संघ को 100 अंक अर्जित हुए हैं. इन मापदंडों में संघ के परिसर, अपनाई जाने वाली तकनीक, टैंकर की स्थिति, मशीनों की स्थिति, अमले की दक्षता, प्लांट की साफ-सफाई और रख-रखाव, पैकेजिंग, दुग्ध संघ में दूध का संकलन, प्रोडक्शन और परिवहन जैसे 48 बिंदुओं को खाद्य सुरक्षा के मानकों के अनुरूप होने संबंधी ऑडिट किया जाता है.

गुणवत्ता का परीक्षण

संघ ने पिछले 6 से 7 महीने में हर एक टैंकर की जीपीएस मानीटरिंग और ट्रैकिंग कार्य नियमित जवाबदेह, नियमित स्टॉफ द्वारा लगातार किया है. गुणवत्ता का परीक्षण, जीपीएस मॉनीटरिंग के लिए दुग्ध संघ के प्रशिक्षित नियमित स्टाफ के द्वारा ही किया जा रहा है. जिसके लिए टैंकर सील की जांच, मिलेट्री सुरक्षा एजेंसी द्वारा करवाई जा रही है. सील की जांच रिकॉर्ड भी साधारण किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त सील संबंधी जानकारी ईआरपी के अंतर्गत एमसीएमएस मॉडयूल में नियमित प्रविष्टि की जा रही है.

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मिलावट की जांच के लिए किट उपलब्ध

प्रत्येक दुग्ध संग्रहण केन्द्र पर मिलावट की जांच के लिए एडल्ट्रेशन जांच किट और स्ट्रिप्स दी गई है. दुग्ध संघ की प्रयोगशाला में अत्याधुनिक जांच उपकरण मिल्को स्क्रीन स्थापित कर जांच की जा रही है. टैंकर के साथ दुग्ध संघ के अधिकृत सेवाकर्मी समिति से मुख्य संयंत्र पर आ रहे और गुणवत्ता जांच अपने समक्ष ही करवा रहे है.

तीन सदस्यीय टीम कर रही जांच

दुग्ध संघ द्वारा दुग्ध परिवहन के दौरान चेकिंग, बीएमसी समितियों के चेकिंग, शीन केन्द्रों के निरीक्षण के लिए संघ के अधिकारियों की तीन सदस्यीय टीम गठित की गई हैं, जो नियमित औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट तत्काल पेश कर रही है.

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