भोपाल: राजधानी भोपाल में कार्यालयों में बाबुओं की रिश्वतखोरी खत्म नहीं हो रही है. किसी की शिकायत पर भोपाल लोकायुक्त की टीम ने महानिरीक्षक पंजीयन कार्यालय में रेड मारी. इस दौरन रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ स्टेनो को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता से सभी तरह की आवश्यक प्रक्रिया करवाने के बाद स्टेनो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की कर रही है.
फर्जी भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र का मामला: भोपाल लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि "जिला नीमच, निवासी रतनगढ़ शिकायत कर्ता मोहम्मद हारून 27 फरवरी को लोकायुक्त कार्यालय को शिकायती आवेदन दिया. उसके बड़े भाई अल्ताफउद्दीन ने ग्राम पंचायत उमर के सचिव से मिलकर फर्जी भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी करवाया. उसके शासकीय भूमि पर बने मकान को अपनी पत्नी-पत्नी तस्लीम बानो के रजिस्ट्री करवा ली है. इसकी शिकायत लोकल प्रशासन से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं. इस पर हारून महानिरीक्षक पंजीयन कार्यालय भोपाल में 17 फरवरी को दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवेदन दिया था."
पैसे फेंकने की कोशिश भी की: एसपी मनु व्यास ने बताया, " इस मामले में पंजीयन कार्यालय के शिकायत शाखा का स्टेनो सनी कटारे ने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. रिश्वत की मांग में सनी कटारे के साथ स्टेनो जीतेन्द्र ठाकुर भी शामिल था. जीतेन्द्र ने 6 हजार रुपए में सौदा तय किया. पहली किस्त 3 हजार रुपए ले लिए. अगले दिन 3 हजार रुपए देने के लिए कहा. मार्च के पहली दिन आरोपी सनी कटारे ने जैसे ही 3 हजार रुपए लिए, तभी लोकायुक्त की टीम ने दबोच लिया. आरोपी पैसे फेंकने की कोशिश करने लगा. शिकायत सत्यापन के बाद आरोपियों के खिलाफ धारा 7, 12 पीसी एक्ट, धारा 120 (बी) का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. इस पूरे मामले में कार्रवाई जारी है.