भोपाल। मोहन भागवत के बयान को लेकर ब्राहम्ण समाज द्वारा किए गए जा रहे विरोध के बीच IAS अधिकारी नियाज खान ने ब्राह्मणों का समर्थन किया है. नियाज खान ने ब्राह्मणों का आईक्यू सबसे अच्छा बताया है. साथ ही अपनी किताब में लिखा है यदि भारत को सुपर पावर बनाना है तो हर फील्ड में उनके आईक्यू का उपयोग करते हुए ब्राम्हणों को लीड रोल दिया जाना चाहिए. आईएएस अधिकारी ब्राह्मणों को लेकर जल्द ही एक किताब 'ब्राह्मण द ग्रेट' लॉच करने जा रहें हैं. किताब का लोकार्पण अगले माह किया जाएगा.
डेढ़ साल के रिसर्च के बाद लिखी किताबः आईएएस नियाज खान ने बताया कि करीबन डेढ़ साल के रिसर्च के बाद उन्होंने यह किताब तैयार की है. इसके लिए उन्होंने चारो वेदों का अध्ययन किया. इसमें पता चला कि वर्ण व्यवस्था क्यों बनाई गई. वर्ण व्यवस्था को लेकर मैं बहुत प्रभावित हुआ. चंद्र गुप्त मौर्य से लेकर टीपू सुल्तान और दूसरे राजा-महाराजाओं के सलाहकार के रूप में ब्राह्मणों ने अहम भूमिका निभाई है. वे बताते हैं कि उपन्यास के पहले उन्होंने कौटिल्य, दधीची, सुदामा, परशुराम को पढ़ा. इसके अलावा दक्षिण भारतीय और उत्तर भारतीय ब्राह्मणों के रीति-रिवाज, उनके रहन-सहन, कार्य कलापों का गहराई से अध्ययन किया गया. उनके इतिहास को पढा. उन्होंने अपनी पुस्तक में लिखा है कि भारत को सुपर पॉवर बनाने के लिए ब्राह्मणों को लीड रोल देना होगा.
अमेरिका के CEO की कहानी: आईएएस अधिकारी नियाज खान बताते हैं कि इस किताब के माध्यम से उन्होंने धरातल की सच्चाई को दिखाने की कोशिश की है. इसकी कहानी अमेरिका की एक बड़ी कंपनी में सीईओ के इर्द-गिर्द घूमती है. यह दक्षिण भारतीय ब्राह्मणों परिवार है. जो ब्राह्मणों के इतिहास को पढ़ने के बाद अमेरिका की नौकरी छोड़ भारत भ्रमण पर निकलता है.
विवाद के बीच किताबः आईएएस अधिकारी नियाज खान की नॉवेज उस समय आ रही है. जब संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. पिछले दिनों उन्होंने बयान दिया था कि भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक हैं, उनमें कोई जाति वर्ण नहीं है. पंडितों ने श्रेणी बनाई, जोकि गलत था. उनके इस बयान के बाद ब्राह्मण समाज की कड़ी नाराजगी आई है. साफ सुधरी छवि वाले आईएएस नियाज खान पिछले साल कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर की गई टिप्पणी के बाद विवादों में घिर गए थे. उनके बयान को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया गया था.