भोपाल। राजधानी के ऐशबाग थाना क्षेत्र में 23 साल की युवती से दुष्कर्म करने और अपने दोस्त के साथ हमबिस्तर होने का दबाव बनाने वाले आरोपी पर पुलिस ने रेप समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. पीड़िता का आरोप है कि डेटिंग एप पर उसकी आरोपी से पहचान हुई थी. आरोपी ने उसके घर शादी के लिए रिश्ता भी भेजा था. इससे पहले ही शादी का झांसा देकर वह दुष्कर्म कर चुका था. इतना ही नहीं वह अपने दोस्त के साथ हमबिस्तर होने का भी दबाव बना रहा था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
युवती के घर रिश्ता भेजा : ऐशबाग थाने के थाना प्रभारी चतुर्भुज राठौर ने बताया कि गौतम नगर थाना क्षेत्र में रहने वाली 23 साल की युवती पढ़ाई के बाद घर कामकाज संभालती है. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि गत वर्ष बाग दिलकुशा ऐशबाग निवासी शाहिद खान से उसकी दोस्ती डेटिंग एप के माध्यम से हुई थी. शाहिद मोबाइल की दुकान पर काम करता है. इस दौरान दोनों में चेटिंग होने के बाद मोबाइल पर बातचीत होने लगी. जनवरी 2022 में शाहिद खान ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा और अपने परिजन को युवती के घर शादी का रिश्ता लेकर भेज दिया.
नजदीकी का लाभ उठाकर किया शोषण : दोनों परिवार में शादी की चर्चा चल रही थी. ऐसे में दोनों परिवारों के बीच नज़दीकियां बनी और एक-दूसरे के घर आना-जाना शुरू हुआ. तभी इस बात का फायदा उठाते हुए आरोपी शाहिद खान 21 अगस्त को बाग दिलकुशा स्थित अपने किराए के फ्लैट पर युवती को लेकर पहुंचा. वहां पर आरोपी ने उसके साथ शादी का वादा कर शारीरिक संबंध बना लिए. इसके बाद 30 अगस्त को भी आरोपी ने उसके साथ दोबारा शारीरिक संबंध बनाए. आरोपी अब युवती को अपने दोस्त जैद के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा. युवती इसका विरोध किया तो वह अब शादी से इंकार कर रहा है. पुलिस ने इस पूरे मामले में मामला दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है.
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इंदौर व भोपाल में ज्यादा मामले : गौरतलब है कि इंदौर व भोपाल में शादी का झांसा देकर युवतियों व महिलाओं का शारीरिक शोषण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. लगभग रोजाना दो से चार केस इसी प्रकार के आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर जोस्ती के बाद युवक व युवती नजदीकी संबंध बना लेते हैं. युवतियां युवकों के बहकावे में आ जाती हैं और वे युवक के साथ कहीं भी चलने को तैयार हो जाती हैं. इसी का फायदा मनचले टाइप के लोग उठाते हैं. युवतियां बदनामी के डर कई दिनों तक मामले छिपाए रहती हैं, जिससे आरोपी ब्लैकमेलिंग भी करते हैं.