भोपाल। देश में महिला सुरक्षित मध्यप्रदेश का संदेश लेकर करीब 25500 किलोमीटर की यात्रा करने वाली आशा मालवीय के हौसले को अब कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भी सलाम किया है. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आशा से मुलाकात की और उनकी इस यात्रा के बारे में जाना. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने क्षेत्र राजगढ़ की रहने वाली इस बेटी के हौसले की तारीफ करते हुए लिखा "हमारे लिए ये गौरव की बात है कि मेरे संसदीय राजगढ़ क्षेत्र की होनहार बेटी आशा मालवीय ने देश के अलग अलग राज्यों से होकर 25500 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर इतिहास रचा है. मैं आशा को इस यात्रा की सफलता पूर्वक पूर्ण करने की बधाई देता हूं व उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं.''
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हमारे लिए ये गौरव की बात है कि मेरे संसदीय राजगढ़ क्षेत्र की होनहार बेटी आशा मालवीय ने देश के अलग अलग राज्यों से होकर 36 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर इतिहास रचा है। मैं आशा को इस यात्रा की सफलता पूर्वक पूर्ण करने की बधाई देता हूं व उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। pic.twitter.com/ThkXLWW8Ut
— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">हमारे लिए ये गौरव की बात है कि मेरे संसदीय राजगढ़ क्षेत्र की होनहार बेटी आशा मालवीय ने देश के अलग अलग राज्यों से होकर 36 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर इतिहास रचा है। मैं आशा को इस यात्रा की सफलता पूर्वक पूर्ण करने की बधाई देता हूं व उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। pic.twitter.com/ThkXLWW8Ut
— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 15, 2023हमारे लिए ये गौरव की बात है कि मेरे संसदीय राजगढ़ क्षेत्र की होनहार बेटी आशा मालवीय ने देश के अलग अलग राज्यों से होकर 36 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर इतिहास रचा है। मैं आशा को इस यात्रा की सफलता पूर्वक पूर्ण करने की बधाई देता हूं व उसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। pic.twitter.com/ThkXLWW8Ut
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हर संभव मदद का आश्वासन: इधर आशा भी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से मिलने के बाद काफी उत्साहित नजर आ रही हैं. आशा का कहना है कि ''दोनों ही नेताओं ने उनसे चर्चा कर उनके कार्य और उद्देश्य के बारे में जानकारी ली है. साथ ही हर संभव मदद करने की भी बात दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने कही है.'' आशा ने बताया कि ''उनकी इस यात्रा में सबसे ज्यादा सुखद पल वे था जब वह दिल्ली में साइकिल से यात्रा के दौरान आर्मी और सेना के लोगों से मिली थी. वहां भी लोगों ने उनसे यही सवाल किया था कि वह अकेली इतनी कम उम्र में कैसे इतना सफर कर लेती हैं. इस पर आशा का कहना था कि महिला सुरक्षा को लेकर उन्होंने लोगों को जागरूक करने का एक बीड़ा उठाया है, इसी संदेश को लेकर वह आगे बढ़ी हैं.''
मां से मिली प्रेरणा: आशा बताती हैं कि ''जब भी मैं थक जाती तो अपनी मां के संघर्ष को याद करते हुए फिर से नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ जाती हूं.'' आशा 26000 किलोमीटर की साइकिल चलाने के बाद भोपाल लौटी तो उनके चेहरे पर एक सुकून नजर आया. आशा ने बताया कि ''जब भी वो साइकिल चलाने के दौरान बहुत थक जाती हैं, मन में हार की भावना आती है तो उन्हें अपनी मां का ख्याल हमेशा आता है.'' राजगढ़ के छोटे से गांव में रहने वाली आशा की मां मजदूरी करती थीं और उन्होंने पाल पोसकर अपनी बेटी को इस मुकाम पर पहुंचा.
साइकिलिंग में जीते कई अवार्ड: आशा का कहना है कि ''महिला सुरक्षा को लेकर मध्य प्रदेश में जिस तरह से स्थिति बनी है, उसके प्रचार प्रसार के लिए वह देश भर में साइकिल की यात्रा पर गई थी. उन्होंने बचपन से ही गांव में साइकिल चलाना सीखा था, क्योंकि गांव में ज्यादा साधन तो होते नहीं थे इसलिए साइकिल में वह हमेशा फर्स्ट आती थीं. कई घंटे साइकिल पर प्रैक्टिस करने के बाद उन्होंने इसमें कई अवार्ड भी जीते हैं. फिर एमपी टूरिज्म ने उन्हें जब मध्य प्रदेश और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चयनित किया तो उन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकारा.
साइकिल से घूमे 29 राज्य: इसके पहले देश भर में 'महिलाओं हेतु सुरक्षित मध्यप्रदेश' का संदेश देने वाली आशा मालवीय के भोपाल आने पर प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने सम्मानित किया था. आशा मालवीय मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के सहयोग से देश के 29 राज्यों में 25 हजार 500 किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर भोपाल लौटी हैं. प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर महिला सुरक्षा हेतु जागरूकता को लेकर राजगढ़ जिले की साइकलिस्ट एवं पर्वतारोही आशा मालवीय ने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस 1 नवंबर 2022 को साइकिल यात्रा की शुरुआत की थी. तब पर्यटन संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने आशा को बेहद आधुनिक जीपीएस युक्त हाइब्रिड साइकिल रोम-2 एवं साइकिलिंग किट सौंप कर रवाना किया था. देश के विभिन्न राज्यों में सुरक्षित मध्यप्रदेश का संदेश देकर यात्रा का समापन 10 माह बाद भोपाल में हुआ.
इन राज्यों में कर चुकी हैं भ्रमण: आशा मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटका, केरला, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, वेस्ट बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, जम्मू एवं कश्मीर राज्यों का सफर कर नई दिल्ली से भोपाल लौटी हैं.