भोपाल। देश में लॉकडाउन के तीसरे चरण का आज आखिरी दिन है, ऐसे में पिछले कई दिनों से प्रशासनिक अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी और सफाईकर्मी कोरोना से बचाव में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं, वहीं मध्यप्रदेश में भोपाल की जनता को परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन पूरी तैयारी के साथ पिछले 50 दिन से मुस्तैद है. हालांकि, अभी भी लॉकडाउन खुलने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं, ऐसे में प्रशासनिक तैयारियां जानने के लिए ईटीवी भारत ने भोपाल डीआईजी इरशाद वली से बात की. पेश है बातचीत के कुछ अंश.
सवाल- पिछले कई दिनों से पुलिसकर्मी सड़कों पर हैं, ऐसे में क्या नई चुनौती है?
जवाब- हमारी कोशिश है कि कम से कम जवान इस वायरस से संक्रमित हों क्योंकि राजधानी भोपाल में कई पुलिस अधिकारी और कर्मचारी संक्रमित हुए हैं, उनको लगातार सैनिटाइज कर रहे हैं और मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. इसीलिए इन पुलिसकर्मियों को उनके परिवारों से दूर रखा जा रहा है. डीआईजी ने कहा कि गर्मी बहुत ज्यादा है और चैलेंज भी बहुत ज्यादा है. हमारा ये प्रयास है कि सभी अच्छे से अपनी ड्यूटी कर पाएं और हतोत्साहित न हों.
सवाल- जहांगीराबाद कोरोना हॉटस्पाट बना है, ऐसे में पुलिस की कैसी मुस्तैदी है?
जवाब- यहां से करीब 350 पुलिसकर्मियों को शिप्ट कर दिया गया है, जहांगीरबाद थाने के ज्यादातर स्टॉफ संक्रमित होने के बाद भी कोई हतोत्साहित नहीं हुआ. सभी अपनी ड्यूटी पूरे मन से कर रहे हैं, उनकी तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली.
सवाल- महिला पुलिसकर्मियों के लिए क्या तैयारी है.
जवाब- उनको साप्ताहिक अवकाश दिया जाए, ये कोशिश की जा रही है. किसी को भी कोई परेशानी न हो, इस तरह के सारे एहतियात बरते जा रहे हैं.