भोपाल। कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत दिनांक 18 जनवरी से प्रदेश मे कोविशील्ड और को-वैक्सीन के टीके भी लगाए जाएंगे. जिन लोगों को वैक्सीन लगवाए हुए 6 माह से अधिक समय हो चुका है, उन्हें प्रिकॉशन डोज लगाए जाएंगे. COVID-19 का संक्रमण अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. चीन समेत कुछ देशों में कोविड-19 का संक्रमण तेज गति के साथ फैल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोविड-19 संक्रमण पर जीत बरकरार रखने के लिए प्रिकॉशन डोज लगवाना बेहद जरूरी है. भोपाल जिला टीकाकरण अधिकारी उपेंद्र दुबे ने बताया कि सरकार से कोविडशील्ड की मांग की गई थी. इसको लेकर प्रदेश भर में वैक्सीन आ गई है.
19 शिविरों में लगेगा टीका: कोविन पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीयन करवाकर अथवा सीधे स्वास्थ संस्थाओं में पहुंचकर टीका लगाया जा सकता है. शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में कोविड-19 का टीकाकरण नि:शुल्क किया जा रहा है. कोविड टीकाकरण की सुविधा जिले की 18 स्वास्थ्य संस्थाओं में नि:शुल्क उपलब्ध रहेगी. इन संस्थाओं में कोविशील्ड और कोवैक्सीन उपलब्ध रहेंगी. अब भोपाल जिले में 22 हजार डोज शिविर के वैक्सीन कल के लिए रखी गई है जबकि को-वैक्सीन पहले से मौजूद है.
भोपाल के इन अस्पतालों में लगेंगे टीके
- जयप्रकाश जिला चिकित्सालय
- एम्स हॉस्पिटल
- सिविल अस्पताल बैरागढ़
- सिविल अस्पताल काटजू
- हमीदिया हॉस्पिटल
- कस्तूरबा चिकित्सालय बीएचईएल
- भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल
- जवाहर लाल नेहरू गैस राहत चिकित्सालय
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गांधीनगर
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- पं खुशीलाल शर्मा आयुर्वैदिक चिकित्सा महाविद्यालय
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अशोका गार्डन
- सिविल डिस्पेंसरी 1100
- सिविल डिस्पेंसरी पंचशील नगर
- सिविल डिस्पेंसरी आनंद नगर
- सिविल डिस्पेंसरी गोविंदपुरा
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोलुआ
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिसरोद
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15 दिसंबर को खत्म हुआ था स्टॉक: आपको बता दें कि कोविशील्ड का स्टॉक 15 दिसंबर 2022 को खत्म हो गया था. इस खबर को भी ईटीवी भारत ने प्रसारित किया था. दरअसल मुफ्त वैक्सीनेशन बंद होने के बाद से जो वैक्सीन स्टॉक मे रखी हुई थी, उसकी एक्सपायरी डेट 15 दिसंबर 2022 थी. ऐसे में इसके बाद से विभाग के पास कोविशील्ड वैक्सीन नहीं थी. इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को लेटर लिखकर नई वैक्सीन मांगी गई थी. मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने नए डोज केंद्र से मांगे हैं. मध्य प्रदेश में 6 करोड़ 7 लाख से अधिक लोगों को पहला डोज, जबकि 5 करोड़ 92 लाख से अधिक लोगों को दूसरा डोज लग चुका है. 1 करोड़ 36 लाख से अधिक लोगों को प्रिकॉशन डोज लगा है. जिसमें से 10 करोड़ 45 लाख को कोविशील्ड और 2 करोड़ 31 लाख को कोवैक्सीन लगी है.