भोपाल: स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी महासंघ के बैनर तले आयुष विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर आयुष संचालनालय सतपुड़ा भवन के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. इसमें प्रदेश के 28 जिलों के पदाधिकारीगण उपस्थिति हुए. इस अवसर पर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कौरव स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया. इसके बाद माननीय आयुष विभाग के मंत्री एवं प्रमुख सचिव आयुष मध्यप्रदेश शासन को ज्ञापन दिया एवं चर्चा की.
ये हैं मुख्य मांगें ...
- आयुष चिकित्सकों को एलोपैथिक चिकित्सकों की भांति वेतन भत्ते आदि की सुविधाएं दी जाएं.
- महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता को पूर्व की भांति तृतीय श्रेणी किया जाये, जो वर्तमान में चतुर्थ श्रेणी है.
- महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का ग्रेड पे 1800 के स्थान पर 2400 किया जाए.
- दवासाज कर्मचारियों को औषधालय सेवक के स्थान पर दवासाज नाम से कहा जाए.
- दवासाज का ग्रेड पे 1300 के स्थान पर कुक की भांति 1800 किया जाए.
- नियुक्ति दिनांक से कुछ जिलों में आयुष कर्मचारियों को नियमित किया गया है, उसी दिनांक से सभी को नियमित किया जाए.
अगले महीने प्रदेशव्यापी हड़ताल की चेतावनी: इन मांगों का समय सीमा में निराकरण नहीं किया गया तो अगले महीने से समस्त प्रदेश के आयुष अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे. महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता अम्बर चौहान ने बताया कि "स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में आयुष पदाधिकारियों द्वारा आज ज्ञापन देकर चर्चा की गई. इसके पहले विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारियों से मांग को लेकर कई बार बात हुई, लेकिन निराकरण नहीं हुआ." उन्होंने बताया कि "मांगों पर बनी सहमति अनुसार समय सीमा में निराकरण नहीं किया गया. इस कारण आक्रोशित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने आज आयुष विभाग के संचालनालय सतपुड़ा भवन के समक्ष प्रदर्शन किया. इसके बाद विभागीय माननीय मंत्री एवं प्रमुख सचिव मप्र शासन को ज्ञापन देकर वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया. फिर भी निराकरण नहीं किया गया तो अगले महीने प्रदेशव्यापी हड़ताल की जाएगी."