भोपाल। भोज विश्वविद्यालय प्रबंधन लगातार लीक हो रहे गोपनीय दस्तावेजों की शिकयातों से परेशान है. जिसके चलते अब विश्वविद्यालय ने अपने ही कर्मचारियों द्वारा ऑफिस में मोबाइल ले जाने पर रोक लगा दी है. कर्मचारियों को शाम 5 बजे के बाद ही उनके मोबाइल दिए जाते हैं.
भोज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जयंत सोनवलकर और रजिस्ट्रार एचएस चौधरी विश्व विद्यालय की लगातार की जा रही शिकायतों से परेशान है. विश्वविद्यालय द्वारा लिए जा रहे प्रशासनिक और वित्तीय फैसलों से संबंधित दस्तावेजों की कॉपी लगातार विश्वविद्यालय से बाहर जा रही थी. इसके आधार पर विश्वविद्यालय के खिलाफ कई शिकायतें भी की गई है.
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की गई, जिसमें पता चला कि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों द्वारा ही वित्तीय और प्रशासनिक फैसलों से जुड़े दस्तावेजों की फोटो खींच कर भेजी जा रही है. इसी के चलते विश्वविद्यालय प्रबंधन ने ऑफिस के अंदर मोबाइल ले जाने पर ही बैन लगा दिया है.
विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को सुबह अपने मोबाइल कुलसचिव कार्यालय में जमा कराने होते हैं. यह मोबाइल उन्हें लंच के समय और फिर शाम 5 बजे ऑफिस छूटने के बाद ही दिए जाते हैं. भोज विश्वविद्यालय में गड़बड़ियों को लेकर लगातार शिकायतें की जा रही है. ईओडब्ल्यू में भी भोज विश्वविद्यालय के कुलपति जयंत सोनवलकर की शिकायत की गई है. कर्मचारियों की अवैध नियुक्ति, टेंडर में गड़बड़ियों कंपनियों को अवैध रूप से भुगतान को लेकर राजभवन में भी शिकायत पहुंच चुकी है.