भोपाल। BHEL कारखाने में काम करने वाले 500 से अधिक कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. 100 से ज्यादा अपनी जान गंवा चुके हैं. इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने अगले चार दिनों के लिए भेल कारखाने को बंद करने का फैसला किया हैं.
विधायक कृष्णा गौर भी विरोध कर चुकी है
भेल में आठ हजार से ज्यादा कर्मचारियों और ठेका श्रमिक हैं, जो लगातार कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. भेल का कस्तूरबा अस्पताल डेडिकेटेड कोविड अस्पताल है, जहां काफी कोरोना संक्रमित कर्मचारी अपना इलाज करवा रहे हैं. विधायक कृष्णा गौर इसको लेकर धरने पर बैठने की चेतावनी दे चुकी हैं.
भेल को बंद करने की मांग, नाराज विधायक ने धरना करने की दी चेतावनी
भेल प्रशासन ने एक पत्र जारी कर कहा कि कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 13 मई और 15 मई को अवकाश घोषित किया गया हैं, जबकि 14 मई को ईद और 16 मई को रविवार होने की वजह से पहले से ही अवकाश घोषित हैं. इस परिस्थिति में भेल कर्मचारियों को लगातार चार दिन छुट्टी मिल जायेगी. उपरोक्त अवधि के दौरान सभी कर्मचारी शहर से बाहर नहीं जाएंगे. किसी भी समय पर कार्य की आवश्यकता पड़ने पर फोन के माध्यम से उपलब्ध रहेंगे.
वर्तमान समय में ऑक्सीजन संयंत्रों में आपातकालीन आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी. ऐसे कर्मचारी जो आवश्यक सेवाओं में कार्यरत हैं, उन्हें रोस्टर के आधार पर कार्य पर बुलाया जाएगा. सामान्य से ज्यादा केस आने पर भेल कारखाने में 13 से 16 मई तक कामकाज नहीं होगा. सिर्फ ऑक्सीजन प्लांट यूनिट चालू रहेगी. प्रबंधन ने कर्मचारियों को विशेष सावधानी के साथ काम करने के लिए कहा हैं.