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'भारत जोड़ो' से BJP बैचेन ! MP में पहुंचने से पहले मची हलचल, नेताओं को डर कहीं हिट ना हो जाए राहुल की यात्रा

23 नवम्बर को पहुंच रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के पहले एमपी में क्यों हो रही है तीन तेरह. कमलनाथ के केक पर भी कलेश मचा चुकी बीजेपी ने हर मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ हमले तेज किए. तो कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति बनें प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा के ससुर का सवाल उठाते कांग्रेस भी सामने आ गई. दोनों दलों में अचानक हमलों की धार तेज हो जाने की वजह क्या है. यात्रा के एन पहले इंदौर पहुंचा लेटर बम किसी की शरारत है या सियासत. कमलनाथ का इस मामले में बड़ा बयान कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सुरक्षा पूरी तरह सरकार की जिम्मेदारी है. क्या बीजेपी को खौफ है कि दक्षिण भारत में सफल हो रही राहुल गांधी की यात्रा एमपी में भी नया सियासी सीन ना बना दे. ऑपरेशन लोटस को लेकर क्या बेचैन है कांग्रेस कि भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री के वक्त अपने ही विधायकों का कनेक्शन ना टूट जाए. देखिए खास रिपोर्ट...

Rahul gandhi Bharat Jodo Yatra
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा
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Published : Nov 18, 2022, 9:06 PM IST

भोपाल। सियासत की परतों में घबराहट हमेशा उस शक्ल में सामने नहीं आती, जैसी होती है. तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के पहले एमपी में अचानक कांग्रेस-बीजेपी के बीच मुद्दों को लेकर जो हमले तेज हुए हैं. ये पॉलीटिक्स के अग्रेशन में छिपी बेचैनी भी हो सकती है. वजह दोनों तरफ मौजूद है. बीजेपी के सामने दक्षिण के प्रदशों में भारत जोड़ो यात्रा को मिला रिस्पांस ये दहशत लिए आया है कि चुनावी साल में ये माहौल एमपी मे कांग्रेस को संजीवनी ना दे जाए. जाहिर भले ना करें, लेकिन कांग्रेस का संकट ये है कि कहीं यात्रा के बीच हो गया ऑपरेशन लोटस तो इसका असर बहुत लंबा हो जाएगा.

एमपी में क्यों तेज हुए बीजेपी के हमले: राजनीति में आरोप प्रत्यारोप नई बात नहीं लेकिन पिछले 48 घंटे में एक केक का सियासत का सबसे बड़ा मुद्दा बन जाना सवाल तो खड़े करता है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और सीएम शिवराज कमलनाथ के केक को लेकर सबके बयान आए. और अब तो बीजेपी इस मुद्दे को लेकर सड़क तक पहुंच गई है. क्या ये बीजेपी की यात्रा के पहले कांग्रेस को मुद्दे में उलझाने और उसका मोरल डाउन करने की सोची समझी रणनीति है. इसके पहले ऑपरेशन लोटस को लेकर भी माहौल बनाया गया था. चुप्पी जरुरी है लेकिन बीजेपी की वर्किंग के हिसाब से ये तूफान के पहले की शांति भी हो सकती है. क्या इस तरह का अटैकिग मोड वाकई बीजेपी की घबराहट है. कि बीजेपी के गढ़ में राहुल गांधी की यात्रा की कामयाबी की कहानी ना लिख जाए.

काग्रेंस में बेचैनी क्यों बढ़ी: कांग्रेस के लिए कायदे से ये वो समय है कि, जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सहारे एक पंथ कई काज कर सकती है. चुनावी साल में खड़े एमपी में अगर भारत जोड़ो यात्रा काग्रेस का माहौल ही बना गई तो ये बोनस होगा. लेकिन कांग्रेस में उस जोश के बजाए बेचैनी क्यों है. भले सिरे से कांग्रेस नेताओँ के बयान आएं कि बौखला तो भाजपा गई है. क्या ये ऑपरेशन लोटस को लेकर घबराहट है. क्या कांग्रेस को इस बात की आशँका है कि यात्रा के एमपी में एंट्री के साथ ही कुछ विधायको से कनेक्शन कट सकता है. खास ये भी है कि जिस मालवा निमाड़ में राहुल गांधी की यात्रा रहेगी वहीं से संभावनाएं जताई जा रही हैं कांग्रेस में टूट की. यही वजह है कि कांग्रेस ने जहां टूट की आशंका है उन्हे ही जिम्मेदारी भी दी है.

सत्ता के लिए दक्षिण से उत्तर भटक रहे राहुल: बीजेपी प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी कमलनाथ के केक और भारत जोड़ो यात्रा पर एक साथ हमलावर होकर कहते हैं कि, घबराहट बीजेपी में नहीं कांग्रेस में है. जो लोग अपने जन्मदिन के लिए राम मंदिर के चाकू से टुकड़े टुकड़े कर देते हैं वो क्या भारत जोड़ेंगे? भगवान राम, सीता जी के लिए उत्तर से दक्षिण तक गए थे. वहीं ठीक उलट राहुल गांधी सत्ता की खातिर दक्षिण से उत्तर तक भटक रहे हैं इसलिए राहुल की यात्रा अधर्म पर आधारित है.

राहुल गांधी को भेजे गए धमकी भरे पत्र में भाजपा विधायक का नाम, चैतन्य कश्यप ने बताया षड़यंत्र
राहुल गांधी की यात्रा से घबराई है भाजपा: कांग्रेस मीडिया सेल की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा का कहना है कि, बीजेपी (BJP) यात्रा को लेकर इतनी बेचैन है कि बेवजह के मुद्दों को मुद्दा बनाया जा रहा है. ये लैटर बम भी बीजेपी की ही बौखलाहट है. किसी भी तरीके से बीजेपी राहुल जी की देश को जोड़ने वाली यात्रा में विघ्न पहुंचाना चाहती है.

भोपाल। सियासत की परतों में घबराहट हमेशा उस शक्ल में सामने नहीं आती, जैसी होती है. तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के पहले एमपी में अचानक कांग्रेस-बीजेपी के बीच मुद्दों को लेकर जो हमले तेज हुए हैं. ये पॉलीटिक्स के अग्रेशन में छिपी बेचैनी भी हो सकती है. वजह दोनों तरफ मौजूद है. बीजेपी के सामने दक्षिण के प्रदशों में भारत जोड़ो यात्रा को मिला रिस्पांस ये दहशत लिए आया है कि चुनावी साल में ये माहौल एमपी मे कांग्रेस को संजीवनी ना दे जाए. जाहिर भले ना करें, लेकिन कांग्रेस का संकट ये है कि कहीं यात्रा के बीच हो गया ऑपरेशन लोटस तो इसका असर बहुत लंबा हो जाएगा.

एमपी में क्यों तेज हुए बीजेपी के हमले: राजनीति में आरोप प्रत्यारोप नई बात नहीं लेकिन पिछले 48 घंटे में एक केक का सियासत का सबसे बड़ा मुद्दा बन जाना सवाल तो खड़े करता है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और सीएम शिवराज कमलनाथ के केक को लेकर सबके बयान आए. और अब तो बीजेपी इस मुद्दे को लेकर सड़क तक पहुंच गई है. क्या ये बीजेपी की यात्रा के पहले कांग्रेस को मुद्दे में उलझाने और उसका मोरल डाउन करने की सोची समझी रणनीति है. इसके पहले ऑपरेशन लोटस को लेकर भी माहौल बनाया गया था. चुप्पी जरुरी है लेकिन बीजेपी की वर्किंग के हिसाब से ये तूफान के पहले की शांति भी हो सकती है. क्या इस तरह का अटैकिग मोड वाकई बीजेपी की घबराहट है. कि बीजेपी के गढ़ में राहुल गांधी की यात्रा की कामयाबी की कहानी ना लिख जाए.

काग्रेंस में बेचैनी क्यों बढ़ी: कांग्रेस के लिए कायदे से ये वो समय है कि, जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सहारे एक पंथ कई काज कर सकती है. चुनावी साल में खड़े एमपी में अगर भारत जोड़ो यात्रा काग्रेस का माहौल ही बना गई तो ये बोनस होगा. लेकिन कांग्रेस में उस जोश के बजाए बेचैनी क्यों है. भले सिरे से कांग्रेस नेताओँ के बयान आएं कि बौखला तो भाजपा गई है. क्या ये ऑपरेशन लोटस को लेकर घबराहट है. क्या कांग्रेस को इस बात की आशँका है कि यात्रा के एमपी में एंट्री के साथ ही कुछ विधायको से कनेक्शन कट सकता है. खास ये भी है कि जिस मालवा निमाड़ में राहुल गांधी की यात्रा रहेगी वहीं से संभावनाएं जताई जा रही हैं कांग्रेस में टूट की. यही वजह है कि कांग्रेस ने जहां टूट की आशंका है उन्हे ही जिम्मेदारी भी दी है.

सत्ता के लिए दक्षिण से उत्तर भटक रहे राहुल: बीजेपी प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी कमलनाथ के केक और भारत जोड़ो यात्रा पर एक साथ हमलावर होकर कहते हैं कि, घबराहट बीजेपी में नहीं कांग्रेस में है. जो लोग अपने जन्मदिन के लिए राम मंदिर के चाकू से टुकड़े टुकड़े कर देते हैं वो क्या भारत जोड़ेंगे? भगवान राम, सीता जी के लिए उत्तर से दक्षिण तक गए थे. वहीं ठीक उलट राहुल गांधी सत्ता की खातिर दक्षिण से उत्तर तक भटक रहे हैं इसलिए राहुल की यात्रा अधर्म पर आधारित है.

राहुल गांधी को भेजे गए धमकी भरे पत्र में भाजपा विधायक का नाम, चैतन्य कश्यप ने बताया षड़यंत्र
राहुल गांधी की यात्रा से घबराई है भाजपा: कांग्रेस मीडिया सेल की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा का कहना है कि, बीजेपी (BJP) यात्रा को लेकर इतनी बेचैन है कि बेवजह के मुद्दों को मुद्दा बनाया जा रहा है. ये लैटर बम भी बीजेपी की ही बौखलाहट है. किसी भी तरीके से बीजेपी राहुल जी की देश को जोड़ने वाली यात्रा में विघ्न पहुंचाना चाहती है.

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