भोपाल। मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में रामचरित मानस के बाद अब भगवद गीता भी शामिल की जा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में कहा कि मध्य प्रदेश के कॉलेजों में सेकेंड ईयर के छात्रों को भगवद गीता का फाउंडेशन कोर्स पढ़ाया जाएगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत एमपी के कॉलजों में अभी रामचरित मानस और महाभारत पढ़ाया जाता है. (cm shivraj youth dialogue mp)
सीएम ने किया युवा संवादः कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं से संवाद करते हुए बताया कि इस साल जुलाई के नए शिक्षा सत्र से अब भगवद गीता को सिलेबस में शामिल करने का प्लान तैयार किया जा रहा है. यह कोर्स वोकेशनल के रूप में रहेगा, जो सेकेंड ईयर के छात्रों को कराया जाएगा. इस दौरान मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी और कॉलेज में डिजी लॉकर योजना का शुभारंभ भी किया. (higher education minister mohan yadav on new education policy)
गुजरात के स्कूलों में भगवद गीता पढ़ाई जाएगी : शिक्षा मंत्री
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव से ईटीवी भारत ने खास बात की. इस दौरान भगवद गीता छात्रों को पढ़ाने से क्या फायदा होगा के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि धार्मिक ग्रंथों को अपनी जड़ों से जोड़ने के लिए नैतिक शिक्षा भी जरूरी है. रामायण और भगवद गीता जैसे शिक्षाएं जरूरी है. उनका कहना है कि भगवद गीता पढ़ने से जीवन धन्य होगा.