भोपाल। मध्यप्रदेश में बेटी बचाओ अभियान को नए सिरे से चलाया जाएगा. इसके तहत बच्चियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा, सुरक्षा तथा सशक्तिकरण हर पहलू पर ध्यान दिया जाएगा. साथ ही अगले एक साल में पूरे मध्यप्रदेश में सेफ सिटी कार्यक्रम चलाया जाएगा. अभी यह सिर्फ 7 जिलों में चलाया जाएगा. प्रदेश में जल्द ही पोषण नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा. इसका निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में लिया गया.
पोषण डैशबोर्ड से होगी माॅनिटरिंग
पोषण सेवाओं की मॉनीटरिंग के लिए ‘पोषण डैशबोर्ड‘ तैयार किया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि पोषित परिवार-सुपोषित मध्यप्रप्रदेश कार्यक्रम के अंतर्गत गंभीर कुपोषण वाले बच्चों के पोषण स्तर में सुधार होने पर परिवार को प्रोत्साहन राशि दी जाती है तथा सम्मान किया जाता है. प्रदेश की 62 हजार 500 आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका बनाई जा रही है. सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में ग्राम आरोग्य केन्द्र का विस्तार किया जा रहा है. अभी 51 हजार 500 केन्द्रों में ये स्थापित हैं.
प्रदेश के 7 शहरों में सेफ सिटी कार्यक्रम
महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से प्रदेश के 7 शहरों में सेफ सिटी कार्यक्रम शुरू किया गया है. इसका विस्तार आगामी एक वर्ष में पूरे राज्य में किया जाना है. इसके अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों, परिवहन आदि में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण निर्माण किया जाएगा तथा सामुदायिक जागरूकता लाई जाएगी. वहीं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन में मध्य प्रदेश पूरे देश में पहले स्थान पर है. इस योजना में प्रदेश में 152 प्रतिशत उपलब्धि हुई है. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत जिन बालिकाओं को लाभ दिया गया था उनमें से लगभग 400 बालिकाएं 11वीं एवं 12वीं कक्षा में आ गई हैं. मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि इन बालिकाओं की उच्च शिक्षा एवं करियर निर्माण आदि पर ध्यान दिया जाए.