भोपाल। तमिलनाडु के कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश (CDS Bipin Rawat Helicopter Crash) हादसे में घायल हुए गैलेंट्री अवॉर्ड विनर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (gallantry award winner captain varun singh) दो हफ्ते पहले भोपाल आए थे. यहां उन्होंने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड किया. वरुण सिंह के परिवार का तीनों सेनाओं से नाता जुड़ा है. उनके पिता कर्नल केपी सिंह खुद थल सेना की आर्मी एयर डिफेंस रेजिमेंट में थे. उनके भाई तनुज सिंह इंडियन नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं.
वरुण के पिता ने बेटे को बताया बहादुर
कुन्नूर हादसे को लेकर वरुण सिंह के पिता ने कहा कि मेरा बेटा बहुत बहादुर है. वह हर परिस्थिति में लड़ना जानता है. बता दें कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश (family of captain varun singh) के रहने वाले हैं. इसी वर्ष उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था. उन्हें यह अवॉर्ड फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से विमान की सफल लैंडिंग कराने पर दिया था. वरुण ने आपदा के समय धैर्य नहीं खोया और आबादी से दूर ले जाकर तेजस विमान की सफल लैंडिंग कराई थी.
दो हफ्ते पहले ही भोपाल आए थे वरुण
वरुण सिंह के पिता केपी रिटायर्ड होने के बाद भोपाल में ही बस गए हैं. वह अब एयरपोर्ट स्थित सनसिटी कॉलोनी के इनरकोर्ट अपार्टमेंट में रहते हैं. दो हफ्ते पहले वरुण भोपाल आए थे. यहां उन्होंने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड किया था.
चंडीगढ़ में की पढ़ाई
वरुण सिंह के परिवार में पत्नी (varun singh wife and family background) और एक बेटा-बेटी है. उन्हें CDS बिपिन रावत को रिसीव करने के लिए प्रोटोकॉल ऑफिसर बनाया गया था. वरुण ने चंडीगढ़ के चंडी मंदिर स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की है. 2004 में उनका NDA में सिलेक्शन हुआ था.