भोपाल। मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा लोक कथाओं एकाग्र ‘पहचान समारोह’ का तीन दिवसीय आयोजन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किया गया, जो 18 से 20 सितम्बर 2020 तक आयोजित किया गया. 18 सितम्बर को बुन्देली बोली में राजीव अयाची और दमोह द्वारा निर्देशित लोकनाट्य ‘नैन नचैया’ का आयोजन किया गया. 19 सितम्बर को छत्तीसगढ़ी नाचा शैली में देवीलाल नाग द्वारा निर्देशित लोकनाट्य ‘कुन्ती के परिताप’ सहित 20 सितंबर के समापन समारोह में निमाड़ी गम्मत शैली में प्रवीण चौबे और महेश्वर द्वारा निर्देशित लोकनाट्य ‘बतनों पक्को चोर’ का प्रसारण संग्राहालय के यूट्यूब चैनल पर किया गया. आखिरी दिन आयोजित 'बतनों पक्को चोर' का कथानक विजय दान हेथा की लोक कथा ‘फितरती चोर’ से लिया गया है.
लोकनाट्य बतनों पक्को चोर का किया गया मंचन - बतनों पक्को चोर
राजधानी भोपाल में मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां आखिरी दिन निमाड़ी गम्मत शैली में लोकनाट्य ‘बतनों पक्को चोर’ का मंचन किया गया.
भोपाल। मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा लोक कथाओं एकाग्र ‘पहचान समारोह’ का तीन दिवसीय आयोजन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किया गया, जो 18 से 20 सितम्बर 2020 तक आयोजित किया गया. 18 सितम्बर को बुन्देली बोली में राजीव अयाची और दमोह द्वारा निर्देशित लोकनाट्य ‘नैन नचैया’ का आयोजन किया गया. 19 सितम्बर को छत्तीसगढ़ी नाचा शैली में देवीलाल नाग द्वारा निर्देशित लोकनाट्य ‘कुन्ती के परिताप’ सहित 20 सितंबर के समापन समारोह में निमाड़ी गम्मत शैली में प्रवीण चौबे और महेश्वर द्वारा निर्देशित लोकनाट्य ‘बतनों पक्को चोर’ का प्रसारण संग्राहालय के यूट्यूब चैनल पर किया गया. आखिरी दिन आयोजित 'बतनों पक्को चोर' का कथानक विजय दान हेथा की लोक कथा ‘फितरती चोर’ से लिया गया है.