भोपाल। राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया. भेल कॉलेज में बाहर प्रांगण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मूर्ति का अनावरण किया. इस दौरान शिवराज ने बाबूलाल गौर के साथ बिताए कई पलों का भी जिक्र किया. उन्होंने मंच से अपने उद्बोधन में कहा कि ''भोपाल की शान वीआईपी रोड जो बनी है वह गौर सहब की ही देन है.''
बाबूलाल गौर के पीछे मैं भी गया था जेल-शिवराज: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि ''जब गौर साहब इमरजेंसी के समय जेल गए थे तो पीछे-पीछे मैं भी चला गया था. मेरी राजनीतिक जीवन की शुरुआत उनकी छत्रछाया से हुई थी.'' शिवराज सिंह चौहान ने बाबूलाल गौर से जुड़े कई किस्से भी सुनाए और बताया कि किस तरह से बाबूलाल गौर को लोग बुलडोजर मुख्यमंत्री के नाम से जानते थे. उनकी इच्छाशक्ति के कारण ही भोपाल और आसपास के क्षेत्र में बसी झुग्गियों और अवैध अतिक्रमण को तोड़ा गया.''
प्रेरणादायी है बाबूलाल गौर का जीवन: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ''स्वर्गीय बाबूलाल गौर एक श्रमिक वर्ग से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. यह दर्शाता है कि उनका व्यक्तित्व किस प्रकार का रहा. व्यक्ति अगर चाहे तो कोई भी काम कर सकता है, बड़े से बड़े काम को करने की दृढ़ इच्छा शक्ति बाबूलाल गौर के अंदर थी. वे भोपाल में कपड़ा मिल में काम करते थे. मजदूरों की लड़ाई लड़ते-लड़ते जनसंघ से जुड़े. इमरजेंसी लगी तो आपातकाल में जेल गए ऐसे में उनका जीवन काफी प्रेरणादायी रहा.''
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हर व्यक्ति के दिल में बसे हैं बाबूजी-कृष्णा गौर: इस मौके पर विधायक और स्वर्गीय बाबूलाल गौर की पुत्रवधू कृष्णा गौर ने कहा कि ''बाबूजी हर व्यक्ति के दिलों में बसे हुए हैं. आज भी उनका स्मरण कर सभी मैं काम करने की एक नई ऊर्जा आती है.'' बता दें कि भेल के कॉलेज का नाम पहले ही बाबूलाल गौर के नाम पर किया गया है. अब लंबे समय से यहां उनकी एक प्रतिमा की स्थापना की मांग की जा रही थी, जिसे आज सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज के कर कमलों द्वारा पूरा किया गया है. बाबूलाल गौर की इस प्रतिमा के आसपास एक वाटिका का निर्माण भी किया जाएगा. क्योंकि स्वर्गीय बाबूलाल गौर को प्रकृति से बेहद प्रेम था.