भोपाल। कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ ही हर रोज सोशल मीडिया पर लोग इससे बचने के नए-नए नुस्खें डाल रहे हैं. एक मैसेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें नाक में नींबू का रस डालने से कोरोना में बड़ी राहत मिलने की बात कही गई. कुछ लोगों ने फिटकरी का पानी पीने से कोरोना से बचाव के नुस्खे बताए. लेकिन सारे नुस्खे आजमाने से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दूसरी परेशानी होने लगी है. शासकीय खुशीलाल आयुर्वेद हाॅस्पिटल में पदस्थ और कोरोना के नोडल ऑफिसर डाॅ.शशांक झा ने लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह के नुस्खे न अपनाने की सलाह दी है. उनके मुताबिक, नींबू का रस सीधे नाक में डालना नुकसान कर सकता है.
यह मैसेज हो रहे वायरल
- दरअसल, डॉक्टर शशांक झा ने बताया कि आयुर्वेद में नस्य कर्म का प्रावधान है. इसमें ऑयल बेस दवाओं का उपयोग किया जाता है, जो नुकसान नहीं पहुंचाती. इसके उपयोग के पहले भी पूर्व कर्म, मध्य कर्म और पश्चात कर्म होता है. इसके बाद ही इसका फायदा मिलता है.
- डॉक्टर शशांक ने बताया कि फिटकरी का पानी पीना सुरक्षित नहीं है, ऐसा करने से अंदरूनी नुकसान हो सकता है. आयुर्वेद में भी इसके पीने का जिक्र नहीं है.
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- डॉक्टर शशांक झा ने बताया कि लोगों को समझना होगा कि यदि बीमारी लंग्स तक पहुंच गई, तो फिर इस सब का कोई फायदा नहीं होता. ऐसा करने से बीमारी बढ़ सकती है, जो खतरनाक हो सकता है. इसलिए प्राॅपर इलाज करना चाहिए.
डॉक्टर की सलाह के बिना नुस्खे न आजमाएं
आयुर्वेद डाॅक्टर शशांक झा कहते हैं कि आयुर्वेद एक पद्धती है. कई बार लोग थोड़ा बहुत पढ़कर इसके बारे में लोगों को बताने लगते हैं. आयुर्वेद में हर दवा को लेने की अपनी पद्धती होती है. इसलिए इसे बिना आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह के नहीं लेना चाहिए. क्योंकि कई बार इससे नुकसान भी हो सकता है.