भोपाल। कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में कृषि कानून के विरोध में एक बड़ा प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां भांजी. साथ ही वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ को तितर-बितर किया. सरकार के इस कानून को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि हमने गांधीवादी तरीके से शांति से प्रदर्शन किया है. जरूरत पड़ी तो हमें डंडा चलाना भी आता है.
जरूरत पड़ने पर डंडा चलाना भी आता है
ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि मोदी सरकार और शिवराज सरकार गुंडागर्दी पर उतर आई है. यह कृषि कानून काला कानून है. इस काले कानून को सरकार को वापस लेना ही पड़ेगा. किसानों ने अभी शांति से गांधीजी के तरीके से तिरंगे झंडे के तले प्रदर्शन किया है. अगर जरूरत पड़ी तो हमें डंडा चलाना भी आता है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार के एजेंडा है कि देश के कुछ पूंजीपतियों के हाथ में किसानों की जमीन को गिरवी रख देना. पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं. 11दौर की वार्ता हो चुकी हैं, लेकिन कोई नतीजा निकल कर नहीं आ रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्तव में कृषि कानून का विरोध जताया जा रहा है,आगे भी हम यह लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि ये लाठियां भांजने से कुछ नहीं होने वाला देश और प्रदेश के किसान कमर कस कर मैदान में उतरे हैं.
हिरासत में लिए गए कई नेता
दरअसल, रोशनपुरा चौराहे पर पुलिस ने बैरिकेडस कर प्रदर्शनकारियों को रोका. जब प्रदर्शन उग्र हुआ तो पुलिस ने पूरी शक्ति के साथ बल प्रयोग कर, लाठियां चलाईं और वॉटर कैनन के साथ आंसू गैस के सैकड़ों गोले कार्यकर्ताओं को छोड़ें. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया.