ETV Bharat / state

मां नर्मदा की हत्या करवा रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, लाचार है प्रशासनः अरुण यादव

कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने सीएम शिवराज सिंह पर रेत खनन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र से सटे रायसेन जिले के बाड़ी की गोरा मछुराई स्थित रेत खदान में मुख्यमंत्री के दो भाइयों और उनके एक सेवानिवृत रिश्तेदार और पुलिस अधिकारी खुलेआम रेत का कारोबार करवा रहे हैं. रोजाना करीब 500 डंपर बिना रॉयल्टी के परिवहन किया जा रहा है.

Arun Yadav has accused Chief Minister Shivraj Singh
अरुण यादव शिवराज सिंह चौहान
author img

By

Published : May 22, 2020, 7:39 PM IST

भोपाल। जीवित नदी का दर्जा प्राप्त नर्मदा के सीने को एक बार फिर मुख्यमंत्री के संरक्षण में छलनी करने का अभियान शुरू हो गया है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर ऐसा आरोप प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने लगाया है. उन्होंने कहा कि 500 डंपर प्रतिदिन बिना रॉयल्टी के रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है. अरुण यादव ने शिवराज के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके संरक्षण में दोबारा नर्मदा में मशीनों के जरिए अवैध रेत खनन एवं परिवहन शुरू होने का आरोप लगाते हुए वीडियो जारी किया है.

सोशल मीडिया पर जारी किया गया वीडियो

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र से सटे रायसेन जिले के बाड़ी की गोरा मछुराई स्थित रेत खदान में मुख्यमंत्री के दो भाइयों और उनके एक सेवानिवृत रिश्तेदार और पुलिस अधिकारी खुलेआम रेत का कारोबार करवा रहे हैं. रोजाना करीब 500 डंपर बिना रॉयल्टी के लॉकडाउन में भी सप्लाई कर रहे हैं, स्थानीय पुलिस, जिला प्रशासन असहाय है.

  • अब उनका अपना परिवार ही अपने उसी अवैध कार्यों मे लिप्त होकर "सैय्या भये कोतवाल तो डर काहे का" की तर्ज पर लूटखसौट कर रहा है। यदि इनके ख़िलाफ़ कार्यवाही नही हुई तो कांग्रेस लॉक डाउन से राहत मिलते ही सड़क पर उतरेगी।@ASinghINC @VTankha @News18MP @digvijaya_28 @jitupatwari @JVSinghINC

    — Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) May 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बिना अनुबंध के हो रहा खनन

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने कहा प्रदेश में नई रेत खनन नीति के बाद खदानों के समूह बनाकर नीलामी की गई थी, जिसमें ये खदानें भी शामिल हैं. रायसेन जिले में नर्मदा नदी की रेत खदानों का ठेका किसी राजेन्द्र रघुवंशी की फर्म को मिला है. ठेकेदार व माइनिंग कॉर्पोरेशन के साथ अनुबंध होने के पहले रॉयल्टी जारी नहीं की जा सकती है. लिहाजा, बिना अनुबंध किए गोरा मछुराई में नर्मदा नदी से प्रतिदिन 500 डंपर अवैध रेत परिवहन बिना रॉयल्टी चुकाए कैसे और किसके संरक्षण में जा रहा है.

  • शिवराज सिंह के गृह क्षेत्र से सटे रायसेन जिले के बाड़ी की गोरा मछुराई स्थित रेत खदान में सीएम के भाइयों द्वारा यहां खुलेआम रेत का अवैध कारोबार करवा रहे है। रोजाना करीब 5000 डंपर बिना रॉयल्टी चुकाए लॉकडाउन होने के बावजूद भी इस अवैध कार्य को अंजाम दे रहे हैं,पुलिस,प्रशासन असहाय है! pic.twitter.com/L3MkEZl1Kv

    — Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) May 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हत्या का प्रकरण दर्ज हो

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के दौरान ही नर्मदा नदी को जीवित नदी माना गया है, हाल ही में इसी मुद्दे को उठाते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी कलेक्टर होशंगाबाद को लिखे एक पत्र में कहा है कि नर्मदा एक जीवित नदी है, इसलिए इस नदी से अवैध खनन, परिवहन करने वालों के विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए, आखिर क्या कारण है कि यहां मंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

सड़क पर उतरेगी कांग्रेस

उन्होंने कहा कि दो माह पूर्व विपक्ष में रहते हुए शिवराज सिंह कमलनाथ सरकार पर अवैध खनन, परिवहन का आरोप लगा रहे थे, अब उनका अपना परिवार ही उसी अवैध काम में लिप्त होकर 'सैय्या भये कोतवाल तो डर काहे का' की तर्ज पर लूटखसोट कर रहा है. यदि इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस लॉकडाउन से राहत मिलते ही सड़क पर उतरेगी.

भोपाल। जीवित नदी का दर्जा प्राप्त नर्मदा के सीने को एक बार फिर मुख्यमंत्री के संरक्षण में छलनी करने का अभियान शुरू हो गया है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर ऐसा आरोप प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने लगाया है. उन्होंने कहा कि 500 डंपर प्रतिदिन बिना रॉयल्टी के रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है. अरुण यादव ने शिवराज के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके संरक्षण में दोबारा नर्मदा में मशीनों के जरिए अवैध रेत खनन एवं परिवहन शुरू होने का आरोप लगाते हुए वीडियो जारी किया है.

सोशल मीडिया पर जारी किया गया वीडियो

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र से सटे रायसेन जिले के बाड़ी की गोरा मछुराई स्थित रेत खदान में मुख्यमंत्री के दो भाइयों और उनके एक सेवानिवृत रिश्तेदार और पुलिस अधिकारी खुलेआम रेत का कारोबार करवा रहे हैं. रोजाना करीब 500 डंपर बिना रॉयल्टी के लॉकडाउन में भी सप्लाई कर रहे हैं, स्थानीय पुलिस, जिला प्रशासन असहाय है.

  • अब उनका अपना परिवार ही अपने उसी अवैध कार्यों मे लिप्त होकर "सैय्या भये कोतवाल तो डर काहे का" की तर्ज पर लूटखसौट कर रहा है। यदि इनके ख़िलाफ़ कार्यवाही नही हुई तो कांग्रेस लॉक डाउन से राहत मिलते ही सड़क पर उतरेगी।@ASinghINC @VTankha @News18MP @digvijaya_28 @jitupatwari @JVSinghINC

    — Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) May 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बिना अनुबंध के हो रहा खनन

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने कहा प्रदेश में नई रेत खनन नीति के बाद खदानों के समूह बनाकर नीलामी की गई थी, जिसमें ये खदानें भी शामिल हैं. रायसेन जिले में नर्मदा नदी की रेत खदानों का ठेका किसी राजेन्द्र रघुवंशी की फर्म को मिला है. ठेकेदार व माइनिंग कॉर्पोरेशन के साथ अनुबंध होने के पहले रॉयल्टी जारी नहीं की जा सकती है. लिहाजा, बिना अनुबंध किए गोरा मछुराई में नर्मदा नदी से प्रतिदिन 500 डंपर अवैध रेत परिवहन बिना रॉयल्टी चुकाए कैसे और किसके संरक्षण में जा रहा है.

  • शिवराज सिंह के गृह क्षेत्र से सटे रायसेन जिले के बाड़ी की गोरा मछुराई स्थित रेत खदान में सीएम के भाइयों द्वारा यहां खुलेआम रेत का अवैध कारोबार करवा रहे है। रोजाना करीब 5000 डंपर बिना रॉयल्टी चुकाए लॉकडाउन होने के बावजूद भी इस अवैध कार्य को अंजाम दे रहे हैं,पुलिस,प्रशासन असहाय है! pic.twitter.com/L3MkEZl1Kv

    — Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) May 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हत्या का प्रकरण दर्ज हो

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के दौरान ही नर्मदा नदी को जीवित नदी माना गया है, हाल ही में इसी मुद्दे को उठाते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी कलेक्टर होशंगाबाद को लिखे एक पत्र में कहा है कि नर्मदा एक जीवित नदी है, इसलिए इस नदी से अवैध खनन, परिवहन करने वालों के विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए, आखिर क्या कारण है कि यहां मंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

सड़क पर उतरेगी कांग्रेस

उन्होंने कहा कि दो माह पूर्व विपक्ष में रहते हुए शिवराज सिंह कमलनाथ सरकार पर अवैध खनन, परिवहन का आरोप लगा रहे थे, अब उनका अपना परिवार ही उसी अवैध काम में लिप्त होकर 'सैय्या भये कोतवाल तो डर काहे का' की तर्ज पर लूटखसोट कर रहा है. यदि इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस लॉकडाउन से राहत मिलते ही सड़क पर उतरेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.