भोपाल। प्रदेश से वाहनों के बाहर जाने के लिए 40 जांच चौकियां बनाई गई हैं ताकि यहां से प्रदेश में होने वाली आवाजाही का रिकॉर्ड रखा जा सकें. इन्ही जांच चौकियों पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है. जहां ड्यटी पर तैनात अधिकारी- कर्मचारी चालकों से वाहन पास कराने के नाम पर वसूली कर रहे हैं.
अवैध वसूली से वाहन चालक परेशान, प्रशासन से की कार्रवाई की मांग - जॉइंट एक्शन कमेटी
प्रदेश से वाहनों के बाहर जाने के लिए बनाई गई जांच चौकियों में अवैध वसूली का मामला सामने आया है. इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने कार्रवाई की मांग की है.
अवैध वसूली के खिलाफ धरना प्रदर्शन
भोपाल। प्रदेश से वाहनों के बाहर जाने के लिए 40 जांच चौकियां बनाई गई हैं ताकि यहां से प्रदेश में होने वाली आवाजाही का रिकॉर्ड रखा जा सकें. इन्ही जांच चौकियों पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है. जहां ड्यटी पर तैनात अधिकारी- कर्मचारी चालकों से वाहन पास कराने के नाम पर वसूली कर रहे हैं.
Intro:भोपाल- मध्य प्रदेश में प्रदेश से वाहनों के बाहर जाने के लिए 40 जांच चौकियां बनाई गई है ताकि यहां से प्रदेश में होने वाली आवाजाही का रेकॉर्ड रखा जा सकें।
इन्ही जांच चौकियों पर अवैध वसूली का मामला अब सामने आया है जहां ड्यटी पर तैनात अधिकारी- कर्मचारी चालकों से वाहन पास कराने के नाम पर वसूली की जाती है।
इसी अवैध वसूली के खिलाफ ट्रांसपोर्टर की ज्वाइंट एक्शन कमिटी ने आज राजधानी भोपाल में आकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
Body:कमेटी के सदस्य नवीन कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश की जो 40 जांच चौकियां है वहां पर ड्राइवरों से अवैध वसूली की जाती है। उनके पास मान्य दस्तावेज होने के बावजूद भी वहां पर बैठे अधिकारी- कर्मचारियों के गुंडे डरा-धमकाकर वसूली करते हैं। इस वसूली का अगर हिसाब लगाया जाये तो यह करीब एक माह में 12 सौ करोड़ रुपए तक की होती है।
इस मामले में हम काफी समय से संघर्ष कर रहे हैं। इस मुद्दे की जानकारी हमने परिवहन मंत्री समेत टीसी को भी दी है पर अभी तक कोई भी कार्यवाही इस ओर नहीं की गई।
Conclusion:जॉइंट एक्शन कमेटी का कहना है कि यदि हमारी इन मांगों को माना नहीं गया और इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की गई तो हम सभी चैक पोस्टों पर धरना देंगे और चालक मालक अपनी गाड़ियां चैक पोस्ट पर ही रोक देंगे।
बाइट- 1. नवीन कुमार अग्रवाल
2. नरेंद्र मिश्रा
इन्ही जांच चौकियों पर अवैध वसूली का मामला अब सामने आया है जहां ड्यटी पर तैनात अधिकारी- कर्मचारी चालकों से वाहन पास कराने के नाम पर वसूली की जाती है।
इसी अवैध वसूली के खिलाफ ट्रांसपोर्टर की ज्वाइंट एक्शन कमिटी ने आज राजधानी भोपाल में आकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
Body:कमेटी के सदस्य नवीन कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश की जो 40 जांच चौकियां है वहां पर ड्राइवरों से अवैध वसूली की जाती है। उनके पास मान्य दस्तावेज होने के बावजूद भी वहां पर बैठे अधिकारी- कर्मचारियों के गुंडे डरा-धमकाकर वसूली करते हैं। इस वसूली का अगर हिसाब लगाया जाये तो यह करीब एक माह में 12 सौ करोड़ रुपए तक की होती है।
इस मामले में हम काफी समय से संघर्ष कर रहे हैं। इस मुद्दे की जानकारी हमने परिवहन मंत्री समेत टीसी को भी दी है पर अभी तक कोई भी कार्यवाही इस ओर नहीं की गई।
Conclusion:जॉइंट एक्शन कमेटी का कहना है कि यदि हमारी इन मांगों को माना नहीं गया और इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की गई तो हम सभी चैक पोस्टों पर धरना देंगे और चालक मालक अपनी गाड़ियां चैक पोस्ट पर ही रोक देंगे।
बाइट- 1. नवीन कुमार अग्रवाल
2. नरेंद्र मिश्रा