भोपाल। राजधानी में लगातार अवैध शराब को लेकर एफआईआर दर्ज की जा रही है. आबकारी एक्ट के तहत प्रतिदिन 20 से अधिक एफआईआर दर्ज की जाती हैं. वहीं बात करें राजधानी के रातीबड़ क्षेत्र की, तो कोरोना कर्फ्यू के दौरान 40 से अधिक मामले सामने आए हैं, जहां अवैध शराब रातीबड़ पुलिस ने पकड़ी. एएसपी ने बताया कि जानकारी मिलने पर कार्रवाई की जाती है.
पूरे शहर में प्रतिदिन 20 मामले आते हैं सामने
यदि बात करें अवैध शराब पर कार्रवाई की तो प्रतिदिन 20 मामले राजधानी में सामने आते हैं. जिसमें अवैध शराब के तस्कर व सार्वजनिक जगह पर शराब पीने वालों को पकड़ा जाता है. कुछ के पास इक्का-दुक्का बोतल भी बरामद होती हैं. लॉकडाउन में भी अवैध शराब के प्रकरण प्रतिदिन लगभग 20 की संख्या में सामने आते रहे हैं, जिसके बाद भोपाल पुलिस ने कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की है.
दुकान बंद होने के बाद कैसे मिलती थी इन्हें शराब
बता दे कि राजधानी में कोरोना कर्फ्यू में लगातार शराब की दुकानें बंद थी. इसके बावजूद उन्हें शराब कैसे मिलती थी. पुलिस लगातार लोगों पर अवैध शराब रखने के तहत कार्रवाई कर रही थी.
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सीमावर्ती जिलों से शहर में आती है शराब
वहीं, भोपाल पुलिस का कहना है कि सीमावर्ती जिलों से शहर में शराब आती है. रातीबड़ थाना सीहोर की सीमा से लगता है. वहां सीहोर की ओर से शराब आती है. वहीं मिसरोद थाना रायसेन जिले की तहसील मंडीदीप से लगता है. वहां भी उसी ओर से शराब आती है. वहीं अन्य जगहों पर भी अलग-अलग जिलों के सीमा लगने के कारण शराब तस्करों को शराब आसानी से मिल जाती है. फिर राजधानी भोपाल में शराब अवैध रूप से शराब बेची जाती है.