ETV Bharat / state

रेलवे और PWD के जमीन विवाद में फंसा रेल ओवर ब्रिज, लोग हो रहे परेशान - Aishbagh railway over bridge case

भोपाल में 20 करोड़ की लागत से बनने वाले ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण काम अभी तक शुरु नही हो पाया है. वहीं नरेला के विधायक ने इसका काम जल्द शुरु कराने की बात कही है.

Aishbagh ROB stuck in land dispute between railway and PWD in bhopal
ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज मामला
author img

By

Published : Feb 15, 2020, 5:28 PM IST

Updated : Feb 15, 2020, 6:11 PM IST

भोपाल। डेढ़ साल पहले स्वीकृत हुए ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज (ROB) का निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है और ना ही इसका टेंडर पास हो पाया है. ब्रिज का निर्माण रेलवे और PWD द्वारा किया जाना है, लेकिन दोनों ही एजेंसियों के बीच जमीन को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है. रेलवे, जमीन के बदले जमीन मांग रही है लेकिन पीडब्ल्यूडी जमीन देने को तैयार नहीं है, जिसके चलते ब्रिज का निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया है.

ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज मामला

ऐशबाग और बरखेड़ी को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर रेलवे फाटक को 5 साल पहले बंद कर दिया गया था. तब से लेकर अब तक लाखों लोग अपनी जान खतरे में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते हैं. वाहन चालकों को भी लगभग एक किलोमीटर दूर अंडर ब्रिज से निकलना पड़ता है. अंडर ब्रिज तक पहुंचने का रास्ता गलियों से होकर गुजरता है रोज ट्रैफिक जाम हो जाता है.

ब्रिज की लागत 20 करोड़ रूपए है और इसकी लंबाई 425 मीटर, जिसमें से 60 मीटर का निर्माण रेलवे को कराना है और 365 मीटर का हिस्सा पीडब्ल्यूडी को बनाना है. डिजाइन के मुताबिक ROB की चौड़ाई 8.5 मीटर रहेगी. नरेला विधायक विश्वास सारंग ने कहा है कि इसका निर्माण जल्द शुरु किया जाएगा. वहीं दोनों एजेंसियों के अधिकारियों के बीच समन्वय बनाने की कोशिश की जा रही है.

रेल मंडल के प्रवक्ता इसरार अली सिद्दीकी ने बताया की रेलवे का नियम है की प्रोजेक्ट के दायरे में आ रही रेलवे की जमीन अगर अन्य निर्माण एजेंसी को चाहिए, तो उतनी ही कीमत की जमीन किसी दूसरे स्थान पर रेलवे को देनी पड़ेगी, इसकी जानकारी पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को दे दी गई है.

भोपाल। डेढ़ साल पहले स्वीकृत हुए ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज (ROB) का निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है और ना ही इसका टेंडर पास हो पाया है. ब्रिज का निर्माण रेलवे और PWD द्वारा किया जाना है, लेकिन दोनों ही एजेंसियों के बीच जमीन को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है. रेलवे, जमीन के बदले जमीन मांग रही है लेकिन पीडब्ल्यूडी जमीन देने को तैयार नहीं है, जिसके चलते ब्रिज का निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया है.

ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज मामला

ऐशबाग और बरखेड़ी को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर रेलवे फाटक को 5 साल पहले बंद कर दिया गया था. तब से लेकर अब तक लाखों लोग अपनी जान खतरे में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते हैं. वाहन चालकों को भी लगभग एक किलोमीटर दूर अंडर ब्रिज से निकलना पड़ता है. अंडर ब्रिज तक पहुंचने का रास्ता गलियों से होकर गुजरता है रोज ट्रैफिक जाम हो जाता है.

ब्रिज की लागत 20 करोड़ रूपए है और इसकी लंबाई 425 मीटर, जिसमें से 60 मीटर का निर्माण रेलवे को कराना है और 365 मीटर का हिस्सा पीडब्ल्यूडी को बनाना है. डिजाइन के मुताबिक ROB की चौड़ाई 8.5 मीटर रहेगी. नरेला विधायक विश्वास सारंग ने कहा है कि इसका निर्माण जल्द शुरु किया जाएगा. वहीं दोनों एजेंसियों के अधिकारियों के बीच समन्वय बनाने की कोशिश की जा रही है.

रेल मंडल के प्रवक्ता इसरार अली सिद्दीकी ने बताया की रेलवे का नियम है की प्रोजेक्ट के दायरे में आ रही रेलवे की जमीन अगर अन्य निर्माण एजेंसी को चाहिए, तो उतनी ही कीमत की जमीन किसी दूसरे स्थान पर रेलवे को देनी पड़ेगी, इसकी जानकारी पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को दे दी गई है.

Last Updated : Feb 15, 2020, 6:11 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.