भोपाल। प्रदेश में कोरोना संकट के बीच कक्षा बारहवीं की परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा प्रदेशभर में सोशल डिस्टेंसिंग और सभी नियमों का पालन कर इन परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद कक्षा बारहवीं का एक प्रश्न सुर्खियों में आ गया है. दरअसल यह प्रश्न कश्मीर से जुड़ा हुआ है जिसे लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आपत्ति दर्ज कराई है. साथ ही सरकार से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है.
शनिवार को कक्षा बारहवीं के राजनीति शास्त्र के प्रश्न पत्र में आजाद कश्मीर पर पूछे गए एक प्रश्न पर विवाद शुरू हो गया है पेपर में 2 अंक के प्रश्न क्रमांक छह में पूछा गया है कि आजाद कश्मीर क्या है. बस इसी को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपना विरोध दर्ज कराया है. विद्यार्थी परिषद ने कहा है कि कश्मीर चैप्टर पाठ्यक्रम का हिस्सा होने के पश्चात इस प्रकार के प्रश्न छात्रों के मन में भ्रम पैदा करने वाले हैं.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री निलेश सोलंकी द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हर रूप में मानती है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और पाकिस्तान द्वारा अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा है. इस प्रकार के प्रश्न वर्तमान स्थितियों में छात्रों एवं समाज में भ्रम पैदा कर सकते हैं. जबकि हमें छात्रों के बीच स्वाभिमान एवं राष्ट्रीय एकात्मता व अखंडता का भाव जागृत करना चाहिए. प्रदेश सरकार को इस विषय का संज्ञान लेकर प्रश्न पूछने की मंशा पर उचित जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए.
बता दें कि आजाद कश्मीर पर प्रश्न पहले भी वर्ष 2015-2018 में पूछे गए हैं, साथ ही आजाद कश्मीर पाठ्यक्रम में भी शामिल है. कक्षा 12वीं में प्रश्न पत्र में इस वर्ष भी कश्मीर से जुड़ा हुआ ही प्रश्न पूछा गया है, जिसे लेकर अब विवाद हो रहा है.