भोपाल। प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 1 दिन पहले ही सीएम शिवराज सिंह चौहान के द्वारा मुख्यमंत्री निवास पर गृह विभाग की आवश्यक बैठक थी. इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए थे, इसके अलावा उन्होंने नरसिंहपुर की घटना का जिक्र करते हुए भी कहा था कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. थाने पर आने वाले हर फरियादी की शिकायत को तवज्जो मिलनी चाहिए, लेकिन सीएम के निर्देश का राजधानी में ही मखौल उड़ाया जा रहा है.
भोपाल में पुतलीघर निवासी 20 साल की महिला 9 माह की गर्भवती है, उसके साथ पति ने उसके साथ मारपीट की थी, जिसकी शिकायत करने के लिए वो थाने-थाने भटक रही थी. इस दौरान वो महिला थाने में करीब 2 घंटे तक बैठी रही, लेकिन उसकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं था.
महिला का अपने पति से पिछले कुछ समय से लगातार विवाद चल रहा है. देर रात करीब 12 बजे परिजन के साथ महिला थाने शिकायत करने के लिए पहुंची थी. इस दौरान वो करीब 2 घंटे तक थाने की सीढ़ियों पर ही बैठी रही, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो पाई. मजबूरी में वो सुबह 4 बजे फिर टीला जमालपुरा थाने पहुंच गई. वहां उसके पति के खिलाफ आखिरकार दहेज एक्ट और मारपीट का केस दर्ज कर लिया गया है. पीड़िता का कहना है कि वो अपनी शिकायत लेकर घूमती रही, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है.
महिला का कहना है कि विवाद सुलझाने के लिए वो अपने पति के घर पर गई थी, लेकिन पति और उनके परिजनों ने फिर से विवाद करना शुरू कर दिया. इस दौरान परिवार के लोगों के द्वारा धक्का-मुक्की भी की गई. किसी ने उसके पेट पर भी मार दिया था, जिसकी वजह से उसे पेट में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है. इसके बावजूद भी वो अपनी फरियाद लेकर थाने की सीढ़ियों पर बैठी रही, लेकिन यहां पर कोई सुनने वाला नहीं है.