नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी के जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने पशु वसा वाले मिलावटी घी के उपयोग की अनुमति देकर भारत के सबसे अमीर मंदिर की धार्मिक 'शुद्धता' से समझौता किया.
इस दौरान सीएम नायडू ने गुजरात की एक लैब रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें दावा किया गया था कि घी में मछली का तेल, गोमांस की चर्बी और चरबी के अंश थे. मामला सामने आने के बाद देशभर में हंगामा जारी है. भारतीय रसोई में घी का इस्तेमाल काफी ज्यादा होता है. यही वजह है कि लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि क्या उनकी रसोई में यूज होने वाले घी में मिलावट तो नहीं.
बाजार में शुद्ध घी मिलना मुश्किल
इसमें कोई संदेह नहीं है कि आज बाजार में मिलावट के कारण शुद्ध घी मिलना मुश्किल हो गया है. ऐसे में अगर आप भी घी का इस्तेमाल करते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से घर पर बैठे-बैठे पता लगा सकते हैं कि आपकी रसोई में मौजूद घी में मिलावट है या नहीं.
कैसे चेक करें घी की शुद्धता?
घी की प्योरिटी चेक करने के लिए सबसे पहले अपने हथेली पर एक चम्मच घी लगाएं. अगर घी कुछ मिनटों में पिघल जाए तो वह शुद्ध है. गौरतलब है कि शुद्ध घी शरीर की गर्मी से ही आसानी से पिघल जाता है, जबकि नकली घी को पिघलने में ज्यादा वक्त लगता है.
इसके अलावा आप घी में आयोडीन की कुछ बूंदें डालकर भी शुद्ध की पहचान कर सकते हैं. इसके लिए आप आधा चम्मच घी में आयोडीन की कुछ बूंदें मिला दें. इससे घी का रंग नीला या काला हो जाए तो इसका मतलब है कि घी स्टार्च मिलाया गया है.
घी शुद्धता चेक करने के लिए आप घी को गर्म करें. अगर घी तुरंत पिघल जाए और सुनहरे रंग का हो जाए तो यह शुद्ध है, जबकि नकली घी आमतौर पर सफेद और चिपचिपा अवशेष जैसा होता है. इतना ही नहीं शुद्ध घी में एक खास सुगंध होती है, जबकि मिलावटी घी में खुशबू नहीं होती.
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