भोपाल (Bhopal)। प्रदेश में सरप्लस खरीदी गई मूंग (moong) अब सरकारी स्कूलों (government schools) में मिड-डे मील (mid day meal) के तहत बच्चों में बांटी जाएगी. दरअसल, केंद्र सरकार (central govt) द्वारा इस मूंग को न लेने पर ये फैसला लिया गया है. ऐसे में अब स्कूलों के 68 लाख बच्चों को 85 हजार टन मूंग वितरित की जाएगी.
मिड-डे मील के तहत बच्चों में बांटी जाएगी मूंग
बच्चों में इस मूंग को बांटने का एक मानक तय किया गया है. पहली से 6वीं तक के बच्चों को 10 किलोग्राम और इससे ऊपर की कक्षा वाले छात्र-छात्राओं को 15 किलो मूंग मुफ्त में दी जाएगी. प्रदेश की शिवराज सरकार ने प्रति क्विंटल 7196 रुपए में मूंग खरीदी है, इस हिसाब से 85 हजार टन मूंग की कीमत लगभग 611 करोड़ रुपए बनती है. ऐसे में अब वित्त विभाग की सहमति मिलते ही कैबिनेट की मंजूरी के लिए लाया जाएगा.
अधियारियों ने बनाई ये प्लानिंग
दरअसल, इस साल 4.40 लाख टन मूंग की खरीदी की गई है, जिसमें से 2.50 लाख टन कोटे के तहत है, इसके अलावा बाकी बची हुई मूंग सरप्लस है. दरअसल, मिड-डे-मील (mid day meal) का खाना तैयार करने में सालाना लगभग 674 करोड़ रुपए का खर्चा आता है. वहीं कोरोना काल में स्कूल बंद रहने के कारण मिड-डे-मील भी तैयार नहीं किया गया.
बची हुई राशि आएगी काम
ऐसे में मिल-डे मील (mid day meal) के चलते खाने पर खर्च होने वाली राशि भी खर्च नहीं हो सकी. ऐसे में अब अधिकारियों ने उपाय निकाला है कि मिड-डे मील के बचे पैसे को ही मूंग खरीदी में डाल दिया जाएगा.इस प्लानिंग के तहत बच्चों को मुफ्त में मूंग भी मिल जाएगा, और सरकार पर भी खर्च का अतिरिक्त भार नहीं आएगा.