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बब्बर शेरों के लिए अनुकूल है कूनो पालपुर अभयारण्य, सर्वे रिपोर्ट में हुई पुष्टि

श्योपुर के कूनो पालपुर अभयारण्य में एशियाटिक लॉयन (बब्बर शेर) के लिए अनुकूल वातावरण के सबूत पक्षी सर्वेक्षण में भी मिले हैं. फिलहाल यहां पक्षियों की कुल दो सौ प्राजातियां पाई गई हैं.

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कूनो पालपुर अभ्यारण्य
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Published : Nov 29, 2019, 7:07 PM IST

भोपाल। गुजरात के गिर अभ्यारण के शेरों के लिए कूनो पालपुर अभयारण्य पूरी तरह से तैयार है. वन्य प्राणी विशेषज्ञ सर्वेक्षण में कूनो पालपुर नेशनल पार्क में पक्षियों की 200 प्रजातियां पाई गई हैं. पक्षी विशेषज्ञों ने इस वातावरण को शेरों के अनुकूल बताया है.

बब्बर शेरों के लिए अनुकूल है कूनो पालपुर अभयारण्य

अभ्यारण्य में शेरों के लिए अनुकूल वातावरण होने की वजह से यहां शेरों को शिफ्ट किया जा रहा है. हालांकि गुजरात सरकार, आईयूसीएन (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर ) की गाइडलाइन के प्रावधानों की पूर्ति नहीं होने का हवाला देकर इस कदम का विरोध करती है.

पक्षी सर्वेक्षण में 65 प्राणी विशेषज्ञों के अलावा 80 से ज्यादा अधिकारी शामिल हुए. यह अभ्यारण्य का पहला पक्षी सर्वेक्षण था. सर्वेक्षण में पता चला है कि कूनो पालपुर अभयारण्य में दूधराज, फ्लाई कैचर, पैराकीट, नाइटजार, बारबलर्स, वुड पैकर, किंगफिशर के साथ-साथ गिद्धों की 5 प्रजातियां भी यहां मौजूद हैं. अभ्यारण्य में प्रवासी पक्षियों का आना भी शुरू हो रहा है. गौरतलब है कि पिछले दिनों पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार के गिर के शेरों को प्रदेश लाने को लेकर किए जा रहे प्रयासों की पत्र लिखकर प्रशंसा की थी.

भोपाल। गुजरात के गिर अभ्यारण के शेरों के लिए कूनो पालपुर अभयारण्य पूरी तरह से तैयार है. वन्य प्राणी विशेषज्ञ सर्वेक्षण में कूनो पालपुर नेशनल पार्क में पक्षियों की 200 प्रजातियां पाई गई हैं. पक्षी विशेषज्ञों ने इस वातावरण को शेरों के अनुकूल बताया है.

बब्बर शेरों के लिए अनुकूल है कूनो पालपुर अभयारण्य

अभ्यारण्य में शेरों के लिए अनुकूल वातावरण होने की वजह से यहां शेरों को शिफ्ट किया जा रहा है. हालांकि गुजरात सरकार, आईयूसीएन (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर ) की गाइडलाइन के प्रावधानों की पूर्ति नहीं होने का हवाला देकर इस कदम का विरोध करती है.

पक्षी सर्वेक्षण में 65 प्राणी विशेषज्ञों के अलावा 80 से ज्यादा अधिकारी शामिल हुए. यह अभ्यारण्य का पहला पक्षी सर्वेक्षण था. सर्वेक्षण में पता चला है कि कूनो पालपुर अभयारण्य में दूधराज, फ्लाई कैचर, पैराकीट, नाइटजार, बारबलर्स, वुड पैकर, किंगफिशर के साथ-साथ गिद्धों की 5 प्रजातियां भी यहां मौजूद हैं. अभ्यारण्य में प्रवासी पक्षियों का आना भी शुरू हो रहा है. गौरतलब है कि पिछले दिनों पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार के गिर के शेरों को प्रदेश लाने को लेकर किए जा रहे प्रयासों की पत्र लिखकर प्रशंसा की थी.

Intro:नोट - खबर की बाइट रैप से भेज दी है भोपाल। गुजरात के गिर अभ्यारण के शेरों के लिए कुनो पालपुर पार पूरी तरह से तैयार है। देशभर के करीब डेढ़ सौ वन्य प्राणी विशेषज्ञ और प्रकृति प्रेमियों के पक्षी सर्वेक्षण में कुनो पालपुर नेशनल पार्क में 200 प्रजाति के पक्षियों की उपस्थिति का पता चला है। इसमें राज्य पक्षी दूधराज, फ्लाई कैचर, पैरा कीट के साथ गिद्धों की प्रजातियां भी मिली है।


Body:पार्क में पक्षियों की इतनी अच्छी संख्या शेरों के लिए पार्क में अनुकूल वातावरण होने के संकेत दे रहे हैं। यह अलग बात है कि गुजरात सरकार आईयूसीएन (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर ) गाइडलाइन के प्रावधानों की पूर्ति नहीं होने का हवाला देकर शेर देने से इनकार करती रही है। पक्षी सर्वेक्षण में 65 प्राणी विशेषज्ञ और प्रकृति प्रेमी के अलावा 80 से ज्यादा कर्मचारी अधिकारी शामिल हुए। यह पार्क का पहला पक्षी सर्वेक्षण था। सर्वेक्षण के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर गणना करने का प्रशिक्षण दिया गया था सर्वेक्षण में पता चला है कि कुनो पालपुर नेशनल पार्क में दूधराज, फ्लाई कैचर, पैराकीट, नाइटजार, बारबलर्स, वुड पैकर, किंगफिशर के साथ-साथ गिद्धों की 5 प्रजातियां भी मौजूद है। उद्यान में प्रवासी पक्षियों का आना भी शुरू हो रहा है।


Conclusion:गौरतलब है कि पिछले दिनों पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कमलनाथ सरकार में मंत्री उमंग सिंगार द्वारा गिर के शेर मध्य प्रदेश लाने को लेकर किए जा रहे प्रयासों की पत्र लिखकर प्रशंसा की थी।
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