भिंड। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई लड़कियों के लिए निशुल्क ड्राइविंग लाइसेंस योजना फेल होती नजर आ रही है. परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने घोषणा की थी कि शासकीय महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में बालिकाओं के लिए निशुल्क ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कैंप लगाए जाएंगे. लेकिन जिले में ना तो 19 नवंबर और ना ही 20 नवंबर को किसी कैंप का आयोजन किया गया. इस दौरान जैन कॉलेज और एमजेएस कॉलेज के छात्र-छात्राएं और लाइसेंस बनवाने के लिए भटकते रहे.
लाइसेंस बनवाने आए छात्रों का कहना है कि 2 दिन से समाचार पत्रों में इस कैंप की जानकारी दी जा रही थी. लेकिन कोई कैंप लगा ही नहीं है. कार्यालय पर जाओ तो 5 से 7 हजार रुपए तक खर्च हो जाते हैं. एमजेएस कॉलेज के प्राचार्य का भी कहना है कि उनको पास आरटीओ ने कैंप लग नहीं किया लगाने की कोई सूचना नहीं दी है. वहीं पूरे मामले में जिला परिवहन अधिकारी की भूमिका और लापरवाही को लेकर जब जिला कलेक्टर से बात की गई तो वे भी आरटीओ की तरफदारी करते नजर आए. कलेक्टर का कहना है कि जिले में आरटीओ विभाग में कोई बाबू नहीं है ऐसे में एक आरटीओ अकेले पूरा मैनेज कर पा रही है.