भिंड। सीएम हेल्पलाइन पर निराकरण नहीं करने वाले लापरवाह 13 अधिकारियों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही तीन दिनों के अंदर पूरे मामले में जवाब मांगा गया है. अगर जवाब संतुष्ट नहीं रहा तो अधिकारियों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई होगी.
- सीएम हेल्पलाइन में लापरवाही पर नोटिस
CM हेल्पलाइन की शिकायतों के प्रकरणों में अधिकारियों को रुचि न लेना अब भारी पड़ता जा रहा है. ज़िले में CM हेल्पलाइन की शिकायतों की संख्या काफ़ी अधिक हो चुकी है. ऐसे में लंबित प्रकरणों में अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं. जिसका खामियाजा उन्हें नोटिस के ज़रिए चुकाना पड़ रहा है. 22 फ़रवरी 2021 को 13 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही अधिकारियों से पूरे ममाले में तीन दिन के अंदर जवाब मांगा गया है.
- नोटिस का जवाब नहीं देने पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह रावत ने नोटिस में कहा है कि पदों पर रहते हुए अधिकारियों ने अपने काम में लापरवाही बरती है. जो लोक सेवक के पद के विपरीत है. ऐसे में मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 03 (1) (2) और 3 का उलंघन है. कलेक्टर ने नोटिस में चेतावनी देते हुए लिखा है कि इस तरह का व्यवहार होने पर इन अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए प्रस्ताव वरिष्ठ स्तर पर क्यों न लिखा जाए. हालांकि उन्होंने 3 दिन का समय जवाब देने के लिए इन अधिकारियों को दिया है. साथ ही कहा है कि यदि इन 3 दिनों में अधिकारी कलेक्टर के सामने प्रस्तुत होकर जवाब नहीं देते हैं. तो उनके ख़िलाफ कार्रवाई की जाएगी. जिसके लिए वे खुद ज़िम्मेदार होंगे.
भिंड के नौ तहसीलदारों को चंबल कमिश्नर ने थमाया नोटिस
- इन अधिकारियों को नोटिस जारी
जिन अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है. उनमें मेहगांव CMO योगेन्द्र सिंह तोमर, सीएमओ अमित दुबे, नायब तहसीलदार अशोक पाठक, श्रम अधिकारी सूरज पाल सिंह कुशवाह, जिला खाद आपूर्ति अधिकारी, पीआर गोयल ईई पीएचई विभाग, अशोक गोवडिया तहसीलदार भिण्ड, आर एन धाकड़ तहसीलदार रौन मिहोना, आरएन खरे तहसीलदार मेहगांव, रामजी लाल वर्मा तहसीलदार गोहद, आलोक प्रताप इटोरिया सीईओ जनपद पंचायत लहार, नवल किशोर पाठक सीईओ जनपद पंचायत गोहद, केके शर्मा ईई पीडब्ल्यूडी और ऋषि राज घटक प्रबंधक एमपीईबी भिंड शहरी को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
- इन अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
कलेक्टर ने जिला लोक सेवा प्रबंधक भानु प्रजापति को इन आधिकारियों की लंबित सीएम हेल्पलाइन शिकायतों की प्रोग्रेस रिपोर्ट अगली समीक्षा बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने अधिकारियों पर गाज गिरने के संकेत देते हुए जिले में सार्वाधिक लंबित शिकायतों वाले विभागों को पत्र जारी करने के भी निर्देश दिए हैं.
- कमिश्नर ने भी जारी किया था नोटिस
बता दें कि हाल ही में सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों को लेकर चंबल कमिश्नर ने भी जिले के 9 तहसीलदारों को नोटिस थमाया था. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर भिंड कलेक्टर ने शोकॉज नोटिस जारी किया है.