भिंड। देश को आजाद हुए 75 साल होने जा रहे हैं. 25 जनवरी 1950 को ऐसी संस्था का निर्माण किया गया था, जो पूरे विश्व मे हमारे देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक ढांचे की सबसे बड़ी ताकत है. इसे हम भारत निर्वाचन आयोग के नाम से जानते हैं. यह हमें 18 वर्ष की आयु होते ही लोकतंत्र में अपने मतदान का अधिकार प्रदान करता है. भिंड जिले में (voting right in bhind district) एक गांव ऐसा भी है, जहां एक या दो नहीं बल्कि दर्जनों परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने आज तक मतदान नहीं किया है. आज भी यहां के लोग किसी भी चुनाव में वोट नही डाल पाते. यह गांव लहार क्षेत्र का बड़ी मटियावली बुजुर्ग है. (National Voters Day Special)
मताधिकार से वंचित दर्जनों परिवार
लहार क्षेत्र के ग्राम बड़ी मटियावली बुजुर्ग के दर्जनों परिवार ऐसे हैं, जिन्हें आज तक वोट करने का अधिकार नहीं मिल सका है. अखिलेश, दिनेश, छोटी, आकाश और रामरथ जैसे 100 से ज्यादा ऐसे लोग हैं जिनका गांव में न तो वोटर सूची में नाम है और न ही अब तक एक बार भी मतदान कर पाए हैं.
सरकारी योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ
गांव की महिलाएं और ग्रामीण इस बात से भी आहत हैं कि वोटर सूची में नाम न होने से वे शासन की योजनाओं से भी वंचित हैं. उन्हें उज्ज्वल योजना के तहत न तो गैस कनेक्शन मिल सका और न ही सरकार की ओर से बनवाये जा रहे शौचालय निर्माण का लाभ. यह वर्षों से ऐसे ही चले आ रहा है. ग्रामीणों की इस समस्या पर कोई अधिकारी भी ध्यान नहीं देता है.
वोटर लिस्ट में नौजवानों के नाम भी नही जुड़ रहे
ये बात सिर्फ पुराने लोगों की नहीं है, बल्कि 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले कई युवा भी ऐसे हैं, जिनका नाम अब तक मतदाता सूची में नहीं जुड़ सका है. गांव के समाजसेवी राजीव बघेल ने शासन की इस चूक को सुधारने का बीड़ा उठाया है. वे खुद घर घर जाकर ऐसे परिवारों से संपर्क कर रहे हैं, ताकि उनका नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकें और अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें.
कलेक्टर ने मानी चूक, दिए निर्देश
इस पूरे मामले पर कलेक्टर सतीश कुमार एस ने कहा कि यह गंभीर विषय है. इस देश में सभी को मतदान का अधिकार है. आखिर जिले में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई. इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी, लेकिन उससे पहले लहार SDM से बात कर जल्द इस समस्या को हल कर ग्रामीणों के वोटरकार्ड बनवाने के निर्देश दे दिए हैं.
आधी उम्र बीत गयी है. आज तक वोट नहीं डाल पाए हैं. वोटरकार्ड भी नहीं बना और न ही मतदाता सूची में नाम है. हमारे नाम पर कोई वोट डाल भी जाता हो तो भी कुछ पता नहीं. इस सब की वजह से हमे न तो आज तक गैस कनेक्शन मिला और न ही शौचालय का पैसा दिया गया.
ग्रामीण, ग्राम बड़ी मटियावली बुजुर्ग
बड़े दुर्भाग्य की बात है कि हमारे देश मे मताधिकार का इतना महत्व होने के बाद भी मटियावली बुजर्ग गांव में 100 लोग ऐसे हैं. जिनसे मतदान का अधिकार ही छीन लिया गया है. यह उनके मौलिक अधिकारों का हनन है. सरकार और प्रशासन से गुजारिश है कि इस पर ध्यान दें. इस समस्या को दूर करें.
राजीव बघेल, समाजसेवी
आपसे जानकारी मिली है. यह गंभीर विषय है. आखिर जिले में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई. इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी, लेकिन उससे पहले लहार SDM से बात कर जल्द इस समस्या को हल कर ग्रामीणों के वोटरकार्ड बनवाने के निर्देश दे दिए हैं.
सतीश कुमार एस, कलेक्टर