भिंड। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आज एक दिवसीय भिंड प्रवास पर रहे. भिंड पहुंचे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मीडिया से भी चर्चा की. बातचीत के दौरान उन्होंने टिकट वितरण को लेकर कहा कि "भारतीय जनता पार्टी एक संवैधानिक परंपराओं से चलने वाली पार्टी है. हमारे यहां बयान की भी एक पद्धति है. जिसमें केंद्रीय चुनाव समिति सभी परिस्थितियों पर विचार विमर्श करने के बाद फैसला लेती है. एमपी में पार्टी संगठन ने 39 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं और चुनाव से पहले ही इन प्रत्याशियों के चयन के पीछे पार्टी की मंशा है कि विधानसभा चुनाव में पूरी मेहनत के साथ ये उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित करेंगे."
'बीजेपी की मर्ज़ी वो जब चाहे प्रत्याशी घोषित करे, कांग्रेस को क्या लेना देना': वहीं प्रत्याशियों के नाम घोषित होने के बाद कांग्रेस की बयानबाजी को लेकर भी उन्होंने तंज कसा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि "कांग्रेस के पास न तो कोई विषय है और न ही मुद्दा है. हमारी पार्टी पहले टिकट दे या बाद में, इससे कांग्रेस को क्या लेना देना है. यह हमारी पार्टी का विषय है. कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि वे क्या करने वाले हैं. कांग्रेस पिछली बार सत्ता में थी, क्या उनके पास कोई उपलब्धि है बताने के लिए. भिंड जिले में क्या उन्होंने कोई सड़क या पुल का निर्माण किया, या कोई विशेष विकास जनता के लिए कर पाए हों. 10 साल तक UPA की सरकार रही, यदि उनके पास कोई उपलब्धि है तो उसके बारे में खुलकर बताएं. तो जबरन किसी की आंख फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा जब आप बीजेपी की बात करते हैं तो हम विकास की भी बात कर सकते हैं. जनकल्याण की भी बात कर सकते है. सेवा योजनाओं की भी बात कर सकते हैं. मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर निकाला, इस बात को भी ठीक से विश्लेषक कर सकते हैं."
'कांग्रेस के नाम कई घोटाले, पहले अपने गिरेबान में झांके': केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि "UPA की सरकार घोटालों की सरकार थी. 2जी घोटाला, जीजाजी घोटाला, हर्षद मेहता स्कैम, सत्यम घोटाला, बोफोर्स घोटाला ये सारे घोटाले कांग्रेस के नाम है. इसीलिए उन्हें UPA का नाम बदलने की ज़रूरत पड़ी, क्योंकि एक बार जब फर्म दिवालिया हो जाती है, तो उसे नाम बदलना ही पड़ता है. ये तो वही बात है कि अपने गिरेबां में झांकते नहीं है, जबरदस्ती दूसरों पर दोषारोपण करते हैं."
कमलनाथ झूठ की दम पर करना चाहते हैं राजनीति: वहीं कांग्रेस द्वारा भोपाल में आरोप पत्र जारी करने और मुख्यमंत्री को ठगराज और खुद को 2023 का कमलनाथ बताने वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि "सिर्फ गाल बजाने से भ्रष्टाचार नहीं हो जाता है, भ्रष्टाचार रिकॉर्ड पर होना चाहिए. हाल ही में 50 प्रतिशत कमीशन जैसी बातें सामने आयी थी, जो फर्जी थी. जब पुलिस उस व्यक्ति को ढूंढने का प्रयास कर रही है तो वह आदमी नहीं मिल रहा. यह कांग्रेस की डर्टी पॉलिटिक्स है. कमलनाथ तो असत्य बोलकर अपनी राजनीति की वैतरणी को पार करना चाहते हैं. कांग्रेस के अपने नाम न जाने कितने घोटाले हैं, जिसकी वजह से उन्हें UPA का नाम बदलने के लिए विवश होना पड़ा. वे इसी तरह आश्वस्त करके लोगों को गुमराह करने का काम करते हैं. सवा साल वह मुख्यमंत्री थे, तो किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया. बेरोजगारों को भत्ता नहीं दिया."
'आप' पैटर्न टिकट वितरण पर बोले- पहले से जारी सिलसिला: जब केंद्रीय मंत्री से सवाल किया गया कि इस चुनाव में घोषित बीजेपी के कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं. जिनमे कोई मजिस्ट्रेट, डॉक्टर तो कहीं आईआरएस अधिकारी की पत्नी से लेकर पत्रकार तक को टिकट दिए हैं. ऐसे में क्या बीजेपी आम आदमी पार्टी पैटर्न अपना रही है. इस बात का जवाब देते हुए मंत्री तोमर ने कहा की "बीजेपी के लिए कोई नया मॉडल नहीं है. बीजेपी का हमेशा से ही अपने पार्टी को और आगे बढ़ाने और समाज में अच्छे लोग आगे आएं, राजनीतिक क्षेत्र में कार्य करें. इसके लिए हर वर्ग के लोगों को समाहित करने का सिलसिला बीजेपी में पहले से ही चल रहा है."
कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करने आये थे तोमर: बता दें कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भिंड में आयोजित अटेर विधानसभा के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने भिंड पहुंचे थे. जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित किया. इसके बाद पार्टी पदाधिकारियों से सर्किट हाउस पर मुलाकात की. इस मुलाक़ात के बाद वे ग्वालियर की ओर रवाना हो गए.