भिंड। मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है (MP Panchayat Election 2022). इस बीच भिंड की लहार विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत वैशपुरा में सरपंच का चुनाव निर्विरोध हुआ है. ये गांव मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह का गृहग्राम है, जहां से उनकी बहू सरपंच चुनी गई हैं. पंचायत की जनता ने डॉ गोविंद सिंह के भतीजे की पत्नी को बिना चुनाव लड़े ही निर्विरोध सरपंच बना दिया है.
निर्विरोध सरपंच का चुनाव: मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में लहार और रौन और दूसरे चरण में भिंड और अटेर जनपद क्षेत्र में चुनाव होना है. इन चारों जनपद की 188 पंचायतों से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार अपना फार्म निर्वाचन अधिकारियों के पास जमा करा चुके हैं, जिनकी सविक्षा के बाद नाम फाइनल किया जाएगा, लेकिन इससे पहले ही लहार की वैशपुरा पंचायत में जनता की आपसी सहमति से निर्विरोध सरपंच चुन लिया गया है.(govind singh daughter in law elected sarpanch)
खिलाफ में कोई दूसरा नामांकन नहीं: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के पैतृक गांव से निर्विरोध सरपंच चुने गए. यहां से सरपंच पद की उम्मीदवारी के लिए नेता प्रतिपक्ष की बहू नेहा सिंह पत्नी अनिरूद्ध सिंह द्वारा नामांकन भरा गया. उनके खिलाफ कोई दूसरा नामांकन नहीं भरा गया. नेहा अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने औपचारिकता के लिए इस पंचायत से अपना नामांकन फार्म दाखिल किया था लेकिन उनके विरोध में कोई दूसरा नामांकन दाखिल नहीं किया गया है.
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जनता ने दोबारा निर्विरोध चुना: इससे पहले आयोजित हुए पंचायत चुनाव के दौरान उन्होंने अपने गांव वैशपुरा से ही चुनाव लड़ा था, और करीब एक हजार वोट से जीत दर्ज की थी. इसके बाद कुछ महीने पहले भी हुई पंचायत चुनाव की घोषणा और प्रक्रिया के दौरान उन्हें निर्विरोध सरपंच चुन लिया गया था, लेकिन बाद में चुनाव निरस्त गिनाने से उनका चुनाव भी निरस्त हो गया था. अब फिर से जनता ने अपना फैसला दोहरा दिया है.