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Arvind Bhadoria Exclusive Interview: मंत्री अरविंद भदौरिया ने माना निकाय चुनाव में कुछ कमियां रही, भिंड जिले को मिली खास सौगात से रुबरू कराया

मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया ने ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. उन्होंने नगर निगम जनादेश से लेकर नरोत्तम मिश्रा-इमारती देवी के टकराव तक पर अपनी बेबाक राय रखी. 2023 के चुनाव में बीजेपी की क्या रणनीति रहेगी और भिंड जिले को पर्यटन क्षेत्र में मिली खास सौगात के बारे में विस्तार से बताया. (Arvind Bhadoria Exclusive Interview)

Arvind Bhadoria Exclusive Interview
मंत्री अरविंद भदौरिया ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत
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Published : Jul 28, 2022, 1:57 PM IST

Updated : Jul 28, 2022, 2:29 PM IST

भिंड। मध्यप्रदेश में जनपद अध्यक्षों और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव आखिरी दौर में है. ग्वालियर चम्बल अंचल में नगरीय निकाय से लेकर पंचायत चुनाव तक बीजेपी के लिये दौर आसान नहीं रहा. खुद सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया (Co Operative Minister Dr. Arvind Bhadauria) मानते हैं कुछ कमियां रहीं हैं, जिनकी समीक्षा जरूर की जाएगी. भिंड प्रवास पर आये सहकारिता मंत्री ने ETV भारत से खास चर्चा की. आइये जानते हैं क्या कुछ कहा मंत्री ने...

मंत्री अरविंद भदौरिया ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत

सवाल- इस बार जब पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव हुए, कांग्रेस पहले से ज्यादा मजबूती से आगे आयी है, अब बीजेपी की क्या रणनीति रहेगी?
जवाब- कांग्रेस सिर्फ ख्वाबों में ही मजबूत हुई है. टोटल जब देखेंगे तो नगर पंचायत से लेकर, नगर पालिका, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, नगर निगम और जिला पंचायत तक 80 से 85 फीसदी सीटें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के परिश्रम की वजह से हम लोग जीत कर आये हैं. कांग्रेस ने कुछ ड्रामा करके नगर निगम सीटों को हासिल किया है. कई जगह हमे लॉस हुआ है लेकिन वहां भी हमारे पार्षदों की संख्या 80 प्रतिशत तक है. अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत के चलते हमे अच्छी जीत हासिल हुई है.

सवाल- नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह (Leader of Opposition Dr. Govind Singh) का कहना है कि जो कांग्रेस नगर निगम में शून्य पर थी आज 5 महापौर कांग्रेस के बने है, 2 निगमों में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाया है, कहां कमी रह गयी?

जवाब- ये पहली बार है जब कांग्रेस ईवीएम पर नहीं रोई है. हार स्वीकार करना आसान काम नहीं है. मैं आज फिर कह रहा हूं कि नगर निगम में हम थोड़ा महापौर में कम रहे हों. इसकी समीक्षा भी करेंगे बातचीत भी करेंगे. अगर हम टोटल वोट की बात करेंगे तो विधानसभा 2018 में भले ही हम संख्या बल में पीछे रहे हैं लेकिन वोट के मामले में 50 हजार से अधिक वोट थे. ठीक इस चुनाव में भी वोटों के अंक में बीजेपी 82 फीसदी और कांग्रेस 18 प्रतिशत पर है. आगामी चुनाव नजदीक हैं उसमें साफ हो जाएगा.जो कांग्रेस आत्म मुग्ध है उसे भी पता चल जाएगा कि जनता किसके साथ है. कांग्रेस किस मुंह से बात करती है. महाराष्ट्र में अपनी सरकार बचा नहीं पाए, मध्यप्रदेश में टिका नहीं पाए. ये टिकाऊ माल नहीं है. इसलिए उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी बंपर मतों से जीत कर आयी और कांग्रेस कितनी सीटें जीती केवल दो. इसलिए मुझे लगता है कि कांग्रेस को शर्मिंदा होने के लिए भी कुछ अलग से व्यवस्था करनी पड़ेगी.

सवाल- पूरे मध्यप्रदेश में चुनाव शांतिपूर्ण रहे भिंड जिले में भी शांतिपूर्ण निर्वाचन का ढिंढोरा पीता गया जबकि यह ऐसा जिला था जहां न सिर्फ री पोलिंग हुई बल्कि प्रत्याशियों पर भी जुर्माना लगाया गया. क्या सरकार के पास प्रत्याशियों से पोलिंग व्यय वसूलने का प्रावधान है?

जवाब- दरअसल भिंड जिले में अबकी बार कोई हिंसा नहीं हुई, सिर्फ एक दो छुटपुट घटनाएं हुई हैं. लंबे समय बाद भिंड में अच्छा चुनाव सम्पन्न हुआ. इसबार जनता का वोट भी ईमानदारी से पड़ा. भिंड जिले में अच्छी व्यवस्था देखने को मिली.

BJP v/s Congress: जनपद अध्यक्ष को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने सामने, वीडी शर्मा का दावा-75 प्रतिशत उनके अध्यक्ष, कांग्रेस बता रही गलत आंकड़े

सवाल- आपने अटेर महोत्सव को लेकर घोषणा की है. किस तरह की योजना है, क्या होने वाला है?
जवाब- पूरे प्रदेश में कई तरह के कार्यक्रम चलते हैं और पर्यटन विभाग प्रतिवर्ष एक कैलेंडर निकलता है. इस कैलेंडर में आजादी के बाद से आज तक भिंड जिला कभी नही आया. हर साल खजुराहो महोत्सव होता है, मालवा महोत्सव होता है ओरछा महोत्सव होता है. इस तरह के 18 से 20 जगहों पर सांस्कृतिक महोत्सव आयोजित होते हैं. लेकिन अबकी बार इस कैलेंडर में हमने अटेर महोत्सव (Ater festival) का नाम जुड़वाया है. अब से हमेशा सरकारी कैलेंडर में सरकारी खर्च पर अटेर महोत्सव का नाम जुड़ा रहेगा और प्रतिवर्ष अक्टूबर महीने में अन्य जिलों की तरह भिंड में भी अटेर महोत्सव का आयोजन होगा. इसमें फेमस कलाकार हिस्सा लेंगे. कई तरह के युवा पीढ़ी की एक्टिविटीज, सांस्कृतिक और कलात्मक कार्यक्रम होंगे.

सवाल- जिस तरह कांग्रेस सरकार में उनके 22 विधायक एक साथ गायब हो गए थे ठीक वैसी ही स्थिति डाबर में आज देखने को मिल रही है. जब जनपद अध्यक्ष बनाने के लिए नरोत्तम मिश्रा और इमारती देवी का नाम आगे आया उसी बीच इमारती देवी अपने साथ 25 में से 18 जनपद सदस्यों को लेकर दिल्ली चली गईं. आप क्या कहेंगे?

जवाब- नरोत्तम मिश्रा मेरे अजीज मित्र हैं, उनकी नगर पालिका है. दतिया में उनके लोगों ने जीत हासिल की है. अब आपसे मुझे मालूम चला है आप खोजो मुझे तो मालूम नहीं है. नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) प्रदेश के बड़े नेता हैं और इमारती देवी (Imarti Devi BJP) हमारी पूर्व मिनिस्टर हैं. जहां पार्टी कहेगी चले आएंगे. मत तो अनेक होते हैं लेकिन निर्णय तो एक ही होने वाला है.

(MP Co Operative Minister Dr. Arvind Bhadauria) (Arvind Bhadoria Conversation with ETV bharat) (Arvind Bhadoria Reaction on local body election results) (Ater festival organized in Bhind)

भिंड। मध्यप्रदेश में जनपद अध्यक्षों और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव आखिरी दौर में है. ग्वालियर चम्बल अंचल में नगरीय निकाय से लेकर पंचायत चुनाव तक बीजेपी के लिये दौर आसान नहीं रहा. खुद सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया (Co Operative Minister Dr. Arvind Bhadauria) मानते हैं कुछ कमियां रहीं हैं, जिनकी समीक्षा जरूर की जाएगी. भिंड प्रवास पर आये सहकारिता मंत्री ने ETV भारत से खास चर्चा की. आइये जानते हैं क्या कुछ कहा मंत्री ने...

मंत्री अरविंद भदौरिया ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत

सवाल- इस बार जब पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव हुए, कांग्रेस पहले से ज्यादा मजबूती से आगे आयी है, अब बीजेपी की क्या रणनीति रहेगी?
जवाब- कांग्रेस सिर्फ ख्वाबों में ही मजबूत हुई है. टोटल जब देखेंगे तो नगर पंचायत से लेकर, नगर पालिका, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, नगर निगम और जिला पंचायत तक 80 से 85 फीसदी सीटें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के परिश्रम की वजह से हम लोग जीत कर आये हैं. कांग्रेस ने कुछ ड्रामा करके नगर निगम सीटों को हासिल किया है. कई जगह हमे लॉस हुआ है लेकिन वहां भी हमारे पार्षदों की संख्या 80 प्रतिशत तक है. अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत के चलते हमे अच्छी जीत हासिल हुई है.

सवाल- नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह (Leader of Opposition Dr. Govind Singh) का कहना है कि जो कांग्रेस नगर निगम में शून्य पर थी आज 5 महापौर कांग्रेस के बने है, 2 निगमों में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाया है, कहां कमी रह गयी?

जवाब- ये पहली बार है जब कांग्रेस ईवीएम पर नहीं रोई है. हार स्वीकार करना आसान काम नहीं है. मैं आज फिर कह रहा हूं कि नगर निगम में हम थोड़ा महापौर में कम रहे हों. इसकी समीक्षा भी करेंगे बातचीत भी करेंगे. अगर हम टोटल वोट की बात करेंगे तो विधानसभा 2018 में भले ही हम संख्या बल में पीछे रहे हैं लेकिन वोट के मामले में 50 हजार से अधिक वोट थे. ठीक इस चुनाव में भी वोटों के अंक में बीजेपी 82 फीसदी और कांग्रेस 18 प्रतिशत पर है. आगामी चुनाव नजदीक हैं उसमें साफ हो जाएगा.जो कांग्रेस आत्म मुग्ध है उसे भी पता चल जाएगा कि जनता किसके साथ है. कांग्रेस किस मुंह से बात करती है. महाराष्ट्र में अपनी सरकार बचा नहीं पाए, मध्यप्रदेश में टिका नहीं पाए. ये टिकाऊ माल नहीं है. इसलिए उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी बंपर मतों से जीत कर आयी और कांग्रेस कितनी सीटें जीती केवल दो. इसलिए मुझे लगता है कि कांग्रेस को शर्मिंदा होने के लिए भी कुछ अलग से व्यवस्था करनी पड़ेगी.

सवाल- पूरे मध्यप्रदेश में चुनाव शांतिपूर्ण रहे भिंड जिले में भी शांतिपूर्ण निर्वाचन का ढिंढोरा पीता गया जबकि यह ऐसा जिला था जहां न सिर्फ री पोलिंग हुई बल्कि प्रत्याशियों पर भी जुर्माना लगाया गया. क्या सरकार के पास प्रत्याशियों से पोलिंग व्यय वसूलने का प्रावधान है?

जवाब- दरअसल भिंड जिले में अबकी बार कोई हिंसा नहीं हुई, सिर्फ एक दो छुटपुट घटनाएं हुई हैं. लंबे समय बाद भिंड में अच्छा चुनाव सम्पन्न हुआ. इसबार जनता का वोट भी ईमानदारी से पड़ा. भिंड जिले में अच्छी व्यवस्था देखने को मिली.

BJP v/s Congress: जनपद अध्यक्ष को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने सामने, वीडी शर्मा का दावा-75 प्रतिशत उनके अध्यक्ष, कांग्रेस बता रही गलत आंकड़े

सवाल- आपने अटेर महोत्सव को लेकर घोषणा की है. किस तरह की योजना है, क्या होने वाला है?
जवाब- पूरे प्रदेश में कई तरह के कार्यक्रम चलते हैं और पर्यटन विभाग प्रतिवर्ष एक कैलेंडर निकलता है. इस कैलेंडर में आजादी के बाद से आज तक भिंड जिला कभी नही आया. हर साल खजुराहो महोत्सव होता है, मालवा महोत्सव होता है ओरछा महोत्सव होता है. इस तरह के 18 से 20 जगहों पर सांस्कृतिक महोत्सव आयोजित होते हैं. लेकिन अबकी बार इस कैलेंडर में हमने अटेर महोत्सव (Ater festival) का नाम जुड़वाया है. अब से हमेशा सरकारी कैलेंडर में सरकारी खर्च पर अटेर महोत्सव का नाम जुड़ा रहेगा और प्रतिवर्ष अक्टूबर महीने में अन्य जिलों की तरह भिंड में भी अटेर महोत्सव का आयोजन होगा. इसमें फेमस कलाकार हिस्सा लेंगे. कई तरह के युवा पीढ़ी की एक्टिविटीज, सांस्कृतिक और कलात्मक कार्यक्रम होंगे.

सवाल- जिस तरह कांग्रेस सरकार में उनके 22 विधायक एक साथ गायब हो गए थे ठीक वैसी ही स्थिति डाबर में आज देखने को मिल रही है. जब जनपद अध्यक्ष बनाने के लिए नरोत्तम मिश्रा और इमारती देवी का नाम आगे आया उसी बीच इमारती देवी अपने साथ 25 में से 18 जनपद सदस्यों को लेकर दिल्ली चली गईं. आप क्या कहेंगे?

जवाब- नरोत्तम मिश्रा मेरे अजीज मित्र हैं, उनकी नगर पालिका है. दतिया में उनके लोगों ने जीत हासिल की है. अब आपसे मुझे मालूम चला है आप खोजो मुझे तो मालूम नहीं है. नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) प्रदेश के बड़े नेता हैं और इमारती देवी (Imarti Devi BJP) हमारी पूर्व मिनिस्टर हैं. जहां पार्टी कहेगी चले आएंगे. मत तो अनेक होते हैं लेकिन निर्णय तो एक ही होने वाला है.

(MP Co Operative Minister Dr. Arvind Bhadauria) (Arvind Bhadoria Conversation with ETV bharat) (Arvind Bhadoria Reaction on local body election results) (Ater festival organized in Bhind)

Last Updated : Jul 28, 2022, 2:29 PM IST
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