भिंड। शहर की एक प्राईवेट सोनोग्राफी लैंब द्वारा गर्भवती महिला की गलत रिपोर्ट दिए जाने से उसका मिसकैरेज हो गया. महिला गर्भवती थी लेकिन रिपोर्ट में उसके पेट में एक गाठ होने की बात कही गई. लेकिन जब तक उसने दोबारा जांच कराई, तब तक महिला का मिसकैरेज हो गया, महिला के पति ने मामले की शिकायत पुलिस और स्वास्थ्य विभाग से की है.
10 और 15 जुलाई को भिंड के फल मंडी इलाके में रहने वाले जनवेद कुशवाहा की गर्भवती पत्नी की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद वे तुरंत अपनी पत्नी को लेकर डॉ रंजना चौधरी के पास पहुंचे, डॉक्टर ने उसे अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी, तो जनवेद ने श्री हरी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अपनी पत्नी की सोनोग्राफी कराई. जब रिपोर्ट लेकर वे डॉक्टर के पास गए डॉक्टर ने बताया कि उनकी पत्नी को गर्भ नहीं बल्कि पेट में गांठ होने की वजह से यह समस्या आ रही है.
घर आने के बाद जनवेद की पत्नी ने दोबारा अपना प्रेगनेंसी टेस्ट किया तो वे फिर पॉजिटिव आया, जिस पर अगले दिन डॉक्टर से पर्ची बनवा कर पीड़ित ने भिंड के एक अन्य प्राइवेट हॉस्पिटल में सोनोग्राफी करवाई, तो रिपोर्ट में पता चला कि उसकी पत्नी का मिसकैरेज हो गया है. पीड़ित का कहना है कि यदि समय रहते श्रीहरि अल्ट्रासाउंड सेंटर ने रिपोर्ट सही दी होती, तो शायद उसका बच्चा इलाज के जरिए बचाया जा सकता था. मामले में भिंड पुलिस का कहना है कि वह जांच में जुटे हैं. मामले में अगर किसी प्रकार की कोई लापरवाही मिलती है संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.