भिंड। प्रदेशभर में समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी के लिए सरकार ने तारीख निर्धारित की हुई है. इसी के अनुसार हर जगह फसलों की खरीदी की जा रही है. गेहूं खरीदी के लिए सरकार ने 26 मई आखिरी तारीख तय की थी, लेकिन किसानों को आज फिर खरीदी के लिए मैसेज मिला है.
किसान गेहूं की फसल खरीदने के लिए दो दिन तक लाइन में लगा रहा, अपना नंबर आने के बावजूद उसे तुलाई के लिए कई बार इंतजार करना पड़ा. सरकार ने 26 मई के दिन गेहूं की खरीदी बंद कर दी ऐसे में कई किसान ऐसे हैं, जिनकी तुलाई समय पर नहीं हो सकी. जिला प्रशासन ने व्यवस्था करते हुए, अतिरिक्त समय की मांग की है. किसान नेता संजीव बरुआ ने बताया कि कई किसान ऐसे हैं जिनको मैसेज के जरिए फसल खरीदी केंद्र पर आने की जानकारी मिली है.
कलेक्टर छोटे सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास भी इस तरह की सूचना आई है, क्योंकि चरणबद्ध तरीके से जिन केंद्रों पर पहले ही मैसेज का काम पूरा हो चुका था. ऐसे 11 केंद्र पहले ही बंद किए जा चुके थे. बचे हुए सभी केंद्र 26 तारीख को बंद कर दिए गए थे. उसके बाद भी सूचना मिल रही थी कि कई किसान ऐसे हैं, जिनके पास मैसेज आए हुए हैं. इसलिए शासन से बात कर स्पेशल परमिशन लेकर 3 से 4 दिन में उनकी फसल खरीदी का काम पूरा करने का निर्णय लिया है.
बता दें कि भिंड जिले में 18 हजार से ज्यादा किसानों ने गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराया था, लेकिन समय पूरा होने तक कई किसान ऐसे हैं जिनकी फसल नहीं खरीदी जा सकी, जिले के करीब 8 हजार से ज्यादा किसान इस फसल खरीदी से वंचित रह गए हैं. जिस पर किसान नेताओं ने समयावधि बढ़ाने की मांग मध्य प्रदेश सरकार से भी की है.