भिंड। कोविड-19 की तरह ही अब खतरनाक H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस देश को अपनी चपेट में ले रहा है. राजधानी भोपाल में इस वायरस से संक्रमित पहला मरीज मिलने के बाद एमपी में इसकी एंट्री की पुष्टि हो चुकी है. जबलपुर में भी इससे मिलते जुलते लक्षण पाए जाने के बाद एक महिला मरीज़ की जांच सैंपल टेस्ट के लिए भेजा जा चुका है. ऐसे में अब पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ चुका है. सभी जिलों के सीएमएचओ को इस संबंध में संदिग्ध मरीज़ों की जांच के लिए दिशा निर्देश भी जारी कर दिये गए हैं.
इंतजाम के नाम पर जागरूकता की अपील : इसके बाद भी भिंड ज़िले में H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस को लेकर कोई तैयारी नहीं दिख रही है. मुख्य चिकित्सा वस्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यूपीएस कुशवाह का कहना है कि फिलहाल इस नये संक्रमण को फैलने से बचाव के लिए जागरूकता अपील की जा रही है. अस्पतालों में आने वाले ऐसे मरीज़ जो सर्दी और जुकाम से पीड़ित हैं, उन्हें सुरक्षा दृष्टि और संक्रमण फैलाव से बचने के लिए परिवार और अन्य लोगों से कुछ समय तक अलग रहने की सलाह दी जा रही है. डॉ.यूपीएस कुशवाह का कहना है कि सर्दी जुकाम के मरीजो को अलग रहने की सलाह इस वजह से भी दी जा रही है, क्योंकि जिले में अब तक इन्फ्लुएंजा H3N2 वायरस की जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
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कलेक्टर बोले- गाइडलाइन जारी करेंगे : H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के संक्रमण में गौर करने की बड़ी वजह है कि यह रेस्पिरेटरी सिस्टम में बहुत तेजी से फैलता है. ऐसे में इसकी रोकथाम के लिए जिला स्तर पर प्रशासन की व्यवस्थाओं को लेकर भिंड कलेक्टर सतीश कुमार का कहना है कि जिले में कोविड-19 के समय से ही सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य है. वह आदेश अभी तक निष्क्रिय नहीं किया गया है. ऐसे में इस वायरस को लेकर भी सभी लोग सावधानी बरतें. उन्होंने कहा कि इस बारे में गाइडलाइन के लिए आदेश जल्द लिखित में सीएमएचओ द्वारा जिले में जारी किया जाएगा.