भिंड। तहसील मिहोना में तहसीलदार राजेन्द्र मौर्य ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में तीन बच्चों के अनाथ होने की जानकारी दी थी, जिस पर SDM आरए प्रजापति और SDOP अवनीश बंसल ने बुधवार को मुहर लगा दी. गौरतलब है, कि इन तीन बच्चों की मां दो साल पहले चल बसीं थीं और पिता की भी इसी साल मार्च में कोरोना महामारी के कारण मौत हो गई. जिस कारण ये बच्चे अनाथ हो गए हैं और उनके खाने-पीने के भी लाले पड़े हुए हैं. इसीलिए अब मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना के तहत शासन ने इन मासूमों की मदद करने का बेड़ा उठाया है.
मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना से छूटे अनाथों का सहारा कौन?
शासन उपलब्ध करवाएगा मासूमों को शिक्षा और चिकित्सा
कलेक्टर ने इस मामले संज्ञान लेते हुए सरकार से अनुमति लेने के बाद महिला-बाल विकास अधिकारी अजयदेव को आदेश दिए हैं. इस स्वीकृति आदेश में कहा गया है कि तीनों बच्चों को 21 वर्ष की उम्र तक पांच-पांच हजार रुपए हर महीने, इसके साथ ही आजीवन शिक्षा और चिकित्सा मध्यप्रदेश शासन उपलब्ध कराएगा. बुधवार को SDM आरए प्रजापति, SDOP अवनीश बंसल, तहसीलदार मिहोना राजेन्द्र मौर्य, महिला-बाल विकास अधिकारी अजयदेव, रोजगार सहायक प्रभंजन बरुआ और सरपंच ने गांव का दौरा किया और बच्चो से मुलाकात की.