भिंड। अवैध खनन के लिए बदनाम भिंड जिले पर अब चंबल आईजी-डीआईजी ने फोकस सेट कर लिया है, इसी के तहत लगातार पांच दिनों से रेत माफिया पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है, खासकर ये कार्रवाई सिंध नदी में चल रहे अवैध खनन पर की जा रही है. इन 5 दिनों में भिंड पुलिस ने नवागत एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देश पर नदी किनारे बसे अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अवैध खनन कर निकाले गए रेत का भंडारण जब्त कर नष्ट किया है. अवैध खनन में उपयोग की जाने वाली कई पनडुब्बियों को भी नष्ट किया है, जबकि अवैध रूप से बनाए गए पुल भी तोड़ दिया गया है.
किन-किन इलाकों में हुई कार्रवाई
पहले दिन कार्रवाई की शुरुआत भिंड के फूप थाना क्षेत्र में हुई, जहां रानीपुरा गांव में सबसे पहले चंबल नदी से अवैध खनन कर निकाले गए रेत का भंडारण मिलने पर पुलिस ने पूरा डंप मशीन के जरिए नष्ट किया.
- दूसरे दिन लहार थाना क्षेत्र
अगले दिन कार्रवाई लहार थाना क्षेत्र में हुई, जहां मटियावली गांव में ही सिंधु नदी से रेत का अवैध खनन कर करीब 500 ट्रक रेत डंप किया गया था, जिसे लहार पुलिस ने खनन विभाग और प्रशासन के साथ पहुंचकर बुल्डोजर की मदद से मिट्टी में मिलाकर नष्ट करा दिया.
- तीसरे दिन रौन थाना क्षेत्र
भिंड पुलिस ने तीसरे दिन रौन थाना क्षेत्र के इंदौर की रेत खदान पर पहुंचकर अवैध खनन पर अंकुश लगाया. हालांकि, मौका पाकर रेत माफिया फरार हो गए, लेकिन नदी में मिली पनडुब्बियों को पुलिस ने जलाकर नष्ट कर दिया.
- चौथे दिन संयुक्त कार्रवाई
लगातार की जा रही कार्रवाई से रेत माफिया में हड़कंप मचा है. चौथे दिन रौन, लहार, भारौली और अमायन थाना क्षेत्र की पुलिस ने संयुक्त रूप से लहार एसडीओपी दिनेश सिंह और एसडीएम की निगरानी में माइनिंग विभाग के साथ पहुंचकर निवसाई, रायकोट, पडोरा, बरेठी रेत खदानों पर कार्रवाई कर भारी मात्रा में डंप रेत को मिट्टी में मिला दिया और नदी में मिली कुछ पनडुब्बियों को भी जलाकर नष्ट किया. रेत माफिया इस बार भी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए.
- पांचवें दिन पुल पर प्रहार
वहीं पांचवे दिन यानी सोमवार को रौन और भारौली थाना क्षेत्र में माफियाओं द्वारा सिंध नदी से अवैध खनन करने के लिए महायर से मुसावली के बीच बनाए गए कच्चे पुल को भी खनिज विभाग की टीम ने रौन और भारौली थाना पुलिस के साथ मौके पर पहंच कर तुड़वा दिया.
चम्बल आईजी मनोज शर्मा का कहना है कि अब भिंड में एक टीम की तरह पुलिस लगातार इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई करती रहेगी. पहले भी चंबल डीआईजी राजेश हिंगणकर ने अवैध खनन पर कार्रवाई की थी. इस दौरान हजारों घन मीटर रेत भी जब्त किया गया था. साथ ही पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों की संलिप्तता और लापरवाही पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर मुख्यालय अटैच किया जा चुका है.