भिंड। जिले में अब कोरोना मामलों का आंकड़ा 350 पार कर चुका है. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों की चेन ब्रेक करने पूरे मध्यप्रदेश में रविवार के दिन लॉकडाउन घोषित किया गया था. भिंड में भी एक जुलाई से जिला प्रशासन हर रविवार और सोमवार को संपूर्ण लॉकडाउन किये जाने की घोषणा कर चुका है. ईटीवी भारत ने शहर के मुख्य बाजारों में लगे इस कम्पलीट लाॅकडाउन का इसका जायजा लिया. शहर के मुख्य बाजार स्थित परेड चौराहे पर तस्वीरें चौकाने वाली थी.
भिंड का मुख्य बाजार यानी सदर बाजार कंटेनमेंट एरिया घोषित है. जिसके चलते चारों और बेरिकेडिंग की गई है. पुलिस व्यवस्था भी है, जिससे कंटेनमेंट क्षेत्र में लोगों की आवाजाही रोकी जा सके. बावजूद इसके लोग बेरिकेड हटाकर कंटेनमेंट एरिया में प्रवेश करते गए. हैरान करने वाली बात यह भी थी कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश तक नहीं की. कुछ बाइक सवार कंटेनमेंट क्षेत्र से दुपहिया वाहन से बाहर आना चाहते थे, लेकिन ईटीवी भारत का कैमरा देख वापस लौट गए.
टोटल लॉकडाउन में प्रशासन ने व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद कराए हैं. साथ ही मेडिकल स्टोर्स भी बंद हैं. उस पर पर भी रविवार का दिन जब कोई दफ्तर भी नहीं खुला है. बावजूद इसके भिंड वासी कई लोग बाइक और पैदल सड़कों पर घूमते नजर आये.
जिला प्रशासन का महामारी रोकने के लिए कम्पलीट लॉकडाउन का फैसला काफी हद तक सफल साबित हो रहा है, लेकिन अब भी कई ऐसे लोग हैं, जो अपनी लापरवाही से दूसरों में संक्रमण का खतरा भी बढ़ा रहे हैं. लाॅकडाउन की घोषणा के बाद उसका पालन कराना जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है, ऐसे में पुलिसकर्मियों की लापरवाही भी इस महामारी में भारी पड़ सकती है.