भिंड। विधानसभा के उपचुनाव नजदीक आते ही प्रदेश में भिंड की मेहगांव विधानसभा सीट चर्चा में आ गई है, जिसकी वजह कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह की टिकट को लेकर दावेदारी है. ये सीट सुर्खियों तब और आ जाती है, जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत गोविंद सिंह और अजय सिंह ने चौधरी राकेश सिंह की दावेदारी का खुलकर विरोध किया. चुनाव से पहले इस पूरे अंतरकलह पर पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
कांग्रेस मेहगांव विधानसभा सीट के लिए दावेदारों का सर्वे करा रही है, तो चंबल संभाग के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री रहे चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन टिकट बंटवारे से पहले ही राकेश सिंह का खुलकर विरोध सामने आ रहा है, वे भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह राहुल और कांग्रेश के कद्दावर नेता डॉक्टर गोविंद सिंह उनकी दावेदारी का खुलकर विरोध कर रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने तो हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चौधरी राकेश सिंह का खुलकर विरोध किया था.
डॉ गोविंद सिंह पर निशाना
पूर्व मंत्री ने कहा कि, जहां तक गोविंद सिंह की बात है मैं पहले भी कह चुका हूं कि, 1990 में कांग्रेस के टिकट पर एमएलए बना और चार बार एमएलए रहा. डॉ गोविंद सिंह 1980 से चुनाव लड़ रहे हैं, जनता दल से लोक दल से कई बार जमानत जब्त हुई. 1990 में वे जनता दल से लड़े और विधायक चुने गए. उसके बाद 1993 में वे कांग्रेस में आए, तो मैं ये मानता हूं कि डॉक्टर गोविंद सिंह विधानसभा में हमारे साथी हैं, लेकिन वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नहीं है. यहां मैं उनसे सीनियर हूं. इसलिए इनका विरोध कोई मायने नहीं रखता ,उसे तवज्जो नहीं देता, मैं जनता के दम पर राजनीति करता हूं.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को लिया आड़े हाथ
चौधरी राकेश सिंह ने आगे कहा कि, 'अजय सिंह का विरोध समझ में आता है. जो आदमी खुद आगे नहीं बढ़ पा रहा, तो दूसरे को आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास कर रहा है. अजय सिंह तीन बार चुनाव हार चुके हैं. पूर्व सीएम अर्जुन सिंह जी की इतनी बड़ी विरासत उनकी आभा उनके नेतृत्व वाले क्षेत्र में तीन चुनाव हारे. सतना लोकसभा, फिर सीधी लोकसभा और फिर चुरहट विधानसभा हारे उनकी पीड़ा समझ में आती है'.