भिंड। सोमवार को शाम अंतरिक्ष में ग्रहों की दशा के लिहाज से बहुत ही खास होने जा रहा है. शाम 6 बजकर 08 मिनट पर सूर्यास्त के साथ आसमान में चंद्रमा, शुक्र और शनि ग्रह एक साथ नजर आएंगे. इस खगोलीय नजारे को भारत में भी खुली आंखों से स्पष्ट देखा जा सकेगा. करीब डेढ़ घंटे तक टेलिस्कोप की मदद से भी इन तीनों ग्रहों की युति के मनमोहक दृश्य का लुत्फ उठा सकते हैं. ये नजारा 30 साल बाद दिखेगा.
आज शाम आसमान में दिखेंगे 3 ग्रह एक साथ: अंतरिक्ष में हमेशा खगोलीय घटनाएं होती रहती है. गृह लगातार अपनी कक्षा में घूमते रहते हैं और जब ये एक दूसरे के साथ पृथ्वी के निकट आते हैं, तो बेहद खूबसूरत नजारे बनते हैं. कुछ ऐसा ही खगोलीय नजारा 23 जनवरी सोमवार शाम को बनने वाला है. सूर्यास्त के बाद आसमान में तीन ग्रहों की युति बनने जा रही है. जब चंद्रमा, शुक्र और शनि ग्रह एक साथ अंतरिक्ष में नजर आएंगे. इन्हें आप और हम अपनी खुली आंखों से और टेलिस्कोप से भी स्पष्ट देख सकेंगे.
एक राशि में बेहद करीब तीनों ग्रह: सायन गणना के अनुसार 23 जनवरी द्वितीया तिथि पर यह संयोग बनने जा रहा है. गणना के अनुसार चंद्र ग्रह कुंभ राशि में 27 अंश और 2 कला होगा, इस दौरान उसकी क्रांति दक्षिण में 16 अंश और 59 कला होगी. वहीं शनि भी कुंभ में 24 अंश और 50 कला पर रहेगा. इसकी क्रांति 14 अंश 25 कला होगी. इसी तरह शुक्र ग्रह कुंभ राशि में 25 अंश 13 कला और इसकी क्रांति दक्षिण में 14 अंश 29 कला होगी. इस तरह तीनों ग्रह शनि, शुक्र और चंद्र कुंभ राशि में एक दूसरे के बेहद करीब हैं.
कितने समय तक देखा जा सकता है नजारा: सोमवार शाम सूर्यास्त के बाद 6 बजकर 08 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 54 मिनट तक यह युति स्पष्ट दिखाई देगी, क्यूंकि सूर्यास्त के बाद चंद्र ग्रह आकाश में हंसिए के अकार में दिखाई देगा. इसके नीचे दक्षिण में एक लट्टू की आकृति में शुक्र ग्रह चमकता दिखाई देगा. उसी के नीचे शनि ग्रह को देख जा सकेगा. हालांकि यह थोड़ा कम चमकदार नजर आएगा. शाम 7 बजकर 54 मिनट पर चंद्रमा अस्त हो जाएगा.
टेलिस्कोप की नहीं जरूरत: इस खगोलीय और खूबसूरत नजारे को आप टेलिस्कोप से देख सकेंगे, लेकिन अगर आपके पास दूरबीन या टेलिस्कोप नहीं है तो चिंता ना करें तीनों ग्रहों की यह मनमोहक युति आप अपनी आंखों से भी देख सकेंगे. युति देखने के लिए टेलिस्कोप आदि किसी साधन की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि पास-पास दिखने की स्थिति में भी खगोलीय पिण्ड टेलिस्कोप के दृश्य क्षेत्र से दूरी पर रहते हैं.