भिंड। 20 वर्षों के बाद पहली बार भिंड जिला अस्पताल में एक महिला के गर्भाशय का सफल ऑपरेशन हुआ. (Bhind Civil Hospital) बीते 20 सालों से जिला अस्पताल में गर्भाशय के ऑपरेशन बंद थे. जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के हाल और दावे किसी से छिपे नही हैं. जानकारी के लिए बता दें कि भिंड जिला अस्पताल कायाकल्प में तीन वर्षों तक नंबर वन रह चुका है इसके बावजूद पहली बार इतने सालों बाद सफल ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन को 2 डॉक्टरों ने मिलकर मिलकर पूरा किया. डॉक्चर के अनुसार बच्चेदानी में गठान के चलते परेशान थी महिला जिसके चलते सिविल सर्जन ने ऑपरेशन की सलाह दी थी.
2 डॉक्टरों ने मिलकर किया ऑपरेशन: जानकारी के मुताबिक मेहगांव की रहने वाली छाया नाम की महिला लंबे समय से बच्चेदानी में गठान होने से परेशानी में थी. जिसको देखते हुए परिजन ने भिंड जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. रश्मी गुप्ता से चेकअप कराया. स्थिति को देखते हुए भिंड सिविल सर्जन ने भी ऑपरेशन की सलाह दी. जिसपर जिला अस्पताल के ओटी में हिस्ट्रोक्टमी ऑपरेशन किया गया, जो सफल रहा. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अनिल गोयल ने बताया कि, जिला अस्पताल में बीते 20 वर्षों से गर्भाशय के ऑपरेशन बंद थे लेकिन लेबर रूम प्रभारी डॉ. रश्मि गुप्ता और गायनिकोलॉजिस्ट डॉ. बबीता अहिरवार ने महिला का सफल ऑपरेशन किया है.
गरीब महिलाओं को मिलेगा जीवनदान: डॉक्टर गोयल ने बताया कि आगे भी अब इस तरह के ऑपरेशन भिंड जिला अस्पताल में जरूरत होने पर होते रहेंगे जिससे मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिल सकेगा. लंबे समय से भिंड जिला अस्पताल महिलाओं का ऑपरेशन नहीं होने से महिलाओं को समस्याओं का सामना करना पड़ता था. इस तरह की बीमारी से जूझ रही महिलाओं को ऑपरेशन के लिए दूशरे बड़े शहरों की ओर रूख करना पड़ता था. जिससे गरीब महिलाओं को अधिक रुपयों का बोझ पड़ता था, अब ऑपरेशन की सुविधा जिले में होने से पैसों की भी बचत होगी.