भिंड। संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती पूरे देश में मनाई जा रही है. केंद्र सरकार ने तो इस दिन पर अवकाश तक घोषित किया है. मध्यप्रदेश में भी जहां बाबा साहब अंबेडकर की जन्मस्थली महू में सीएम शिवराज, कांग्रेस से पूर्व सीएम कमलनाथ और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ी सभाएं की. माना जा रहा है कि चुनावी साल में एससी एसटी वर्ग के वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए राजनीतिक दल लगातार इसी तरह के आयोजनों के जरिए प्रयास में लगे हैं. चम्बल-अंचल भी इससे अछूता नहीं है. भिंड जिले में भी सहकारिता मंत्री की मौजूदगी में जिला मुख्यालय पर बाबा साहब अंबेडकर की जयंती मनाई गई.
बाबा साहब के कार्यक्रम में बीजेपी का प्रचार: कार्यक्रम के शुरुआत में बाबा साहब अंबेडकर के व्यक्तित्व को लेकर सभी ने अपने विचार रखे, लेकिन इन विचारों के साथ-साथ कार्यक्रम बीजेपी सरकार की योजनाओं के बखान और प्रचार में बदला नजर आया. खुद सहकारिता मंत्री ने बाबा साहब अंबेडकर के सम्मान में बनाए गए देश और विदेश के पांच स्मारकों का प्रचार कर दिया और श्रेय प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को दे दिया.
एससी वर्ग को साधने की कवायद: कार्यक्रम के बाद जब मंत्री अरविंद भदौरिया से चर्चा की गई तो मंत्री भदौरिया ने कहा कि बीजेपी बाबा साहब अंबेडकर की जयंती चुनावी साल होने के चलते नहीं बल्कि, प्रतिवर्ष बूथ स्तर पर मानती है. हमने पिछले वर्ष भी इसी जगह कार्यक्रम किया था. उन्होंने कहा कि, ग्वालियर में एक बड़ा आयोजन 16 अप्रैल को आयोजित होगा. इस कार्यक्रम में खुद प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहेंगे.
‘बीजेपी ने दिलाया बाबा साहब को भारत रत्न’: उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहब को याद नहीं किया. असल में बाबा साहब की मृत्यु 1956 में हुई. 1956 से लेकर 1990 तक कई लोगों को भारत रत्न सम्मान दिया गया, लेकिन बाबा साहब को नहीं. जब वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने तब जाकर भारत रत्न का सम्मान उन्हें दिया.
मिलती-जुलती इन खबरों को जरूर पढ़ें... |
जनता से ऊपर समझते हैं दिग्विजय सिंह: दिग्विजय सिंह द्वारा दिए BJP के सूट वाले बयान पर भी मंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, दिग्विजय सिंह की जुबान से अगर कोई मुख्यमंत्री बनेगा तो सबसे पहले दिग्विजय सिंह बनेंगे. मुख्यमंत्री कोई खेल नहीं है. मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता तय करती है. 18 साल से मध्यप्रदेश की जनता ने शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाया है. इसलिए लगता है कि दिग्विजय सिंह जनता जनार्दन से भी ऊपर हैं, उनके वचन जनता के ऊपर हैं.