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आपराधिक मामलों को कम करने के लिए प्रशासन सख्त,बनाई रणनीति - तहसीलदार अचानक निरीक्षण करेंगे

आपराधिक मामलों को कम करने के लिए प्रशासन ने बनाई नई रणनीति.

आपराधिक मामलों को कम करने के लिए प्रशासन सख्त,बनाई रणनीति
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Published : Aug 3, 2019, 11:17 PM IST

Updated : Aug 3, 2019, 11:38 PM IST


भिंड । जमीनी विवादों के चलते बढ़ रहे आपराधिक मामलों को देखते हुए. जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त पहल की है,इस नई पहल में अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन संयुक्त रूप से काम करेंगे.
बता दें कि भिंड जिले में इन दिनों जमीनी विवाद के कई मामले देखने को मिले हैं जहां अक्सर जमीन को लेकर हुआ छोटा सा विवाद एक बड़ा रूप ले लेता है और लोग कानून को अपने हाथ में ले लेते हैं. पिछले कई दिनों में लगातार फायरिंग और मारपीट जैसे मामले देखने को मिले हैं।

आपराधिक मामलों को कम करने के लिए प्रशासन सख्त,बनाई रणनीति

जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन ने नई रणनीति बनाई है.यह मध्यप्रदेश सरकार के नए आदेश हैं जिसमें पटवारियों और आरआई को हफ्ते में 2 दिन अपने क्षेत्र में रुककर लोगों के विवाद के लिए आवेदन लेने और निराकरण करने के लिए कहा है इस आदेश का ठीक से पालन हो इसके लिए अब जिला प्रशासन द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को मोबाइल में जीपीएस बेस्ड एप्लीकेशन सिस्टम लागू किया जा रहा है जिससे शिविर के दौरान पटवारी और दूसरे अधिकारी ग्रामीणों के बीच जाकर एक सेल्फी एप्लीकेशन में अपलोड करेंगे जिससे उनकी लोकेशन और टाइमिंग मॉनिटर होगी.इसके साथ ही लैंड रिकॉर्ड में अव्यवस्था के चलते हुई गड़बड़ी की बात मानते हुए कलेक्टर ने बताया कि जल्द ही सभी रिकॉर्ड अपडेट करा लिए जाएंगे.अधिकारियों की मॉनिटरिंग के लिए समय-समय पर तहसीलदार अचानक निरीक्षण करेंगे.जिला कलेक्टर ने यह भी बताया कि सभी विभागों में धीरे-धीरे यह व्यवस्था लागू की जाएगी.

जिला प्रशासन के टूर वाहन को भी जीपीएस से लैस किया जाएगा जिससे उनका दुरुपयोग ना हो सके.पुलिस प्रशासन द्वारा भी विवादों की स्थितियों को कम करने के लिए नई रणनीति के लिए एसपी ने बताया कि कुछ पुलिस अधिकारी जिला प्रशासन की टीम के साथ जाएंगे जिससे कि मौके पर मिलने वाले आवेदनों के आधार पर इन विवादों में दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले का तुरंत निराकरण करवाया जा सके.


भिंड । जमीनी विवादों के चलते बढ़ रहे आपराधिक मामलों को देखते हुए. जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त पहल की है,इस नई पहल में अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन संयुक्त रूप से काम करेंगे.
बता दें कि भिंड जिले में इन दिनों जमीनी विवाद के कई मामले देखने को मिले हैं जहां अक्सर जमीन को लेकर हुआ छोटा सा विवाद एक बड़ा रूप ले लेता है और लोग कानून को अपने हाथ में ले लेते हैं. पिछले कई दिनों में लगातार फायरिंग और मारपीट जैसे मामले देखने को मिले हैं।

आपराधिक मामलों को कम करने के लिए प्रशासन सख्त,बनाई रणनीति

जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन ने नई रणनीति बनाई है.यह मध्यप्रदेश सरकार के नए आदेश हैं जिसमें पटवारियों और आरआई को हफ्ते में 2 दिन अपने क्षेत्र में रुककर लोगों के विवाद के लिए आवेदन लेने और निराकरण करने के लिए कहा है इस आदेश का ठीक से पालन हो इसके लिए अब जिला प्रशासन द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को मोबाइल में जीपीएस बेस्ड एप्लीकेशन सिस्टम लागू किया जा रहा है जिससे शिविर के दौरान पटवारी और दूसरे अधिकारी ग्रामीणों के बीच जाकर एक सेल्फी एप्लीकेशन में अपलोड करेंगे जिससे उनकी लोकेशन और टाइमिंग मॉनिटर होगी.इसके साथ ही लैंड रिकॉर्ड में अव्यवस्था के चलते हुई गड़बड़ी की बात मानते हुए कलेक्टर ने बताया कि जल्द ही सभी रिकॉर्ड अपडेट करा लिए जाएंगे.अधिकारियों की मॉनिटरिंग के लिए समय-समय पर तहसीलदार अचानक निरीक्षण करेंगे.जिला कलेक्टर ने यह भी बताया कि सभी विभागों में धीरे-धीरे यह व्यवस्था लागू की जाएगी.

जिला प्रशासन के टूर वाहन को भी जीपीएस से लैस किया जाएगा जिससे उनका दुरुपयोग ना हो सके.पुलिस प्रशासन द्वारा भी विवादों की स्थितियों को कम करने के लिए नई रणनीति के लिए एसपी ने बताया कि कुछ पुलिस अधिकारी जिला प्रशासन की टीम के साथ जाएंगे जिससे कि मौके पर मिलने वाले आवेदनों के आधार पर इन विवादों में दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले का तुरंत निराकरण करवाया जा सके.

Intro:भिंड में जमीनी विवादों के चलते बढ़े आपराधिक मामलों को देखते हुए अब जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त पहल की है इस नई पहल में अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन संयुक्त रूप से काम करेंगे जिसके लिए यह काम ठीक से हो जिला कलेक्टर ने भिंड जिले के समस्त पटवारी और आर आई तहसीलदार समेत सभी अधिकारियों को अपने क्षेत्र में जाकर अगले 3 महीने शिविर लगाकर लोगों की समस्याएं सुनने के लिए निर्देशित किया है मॉनिटरिंग की व्यवस्था की है जिसमें जीपीएस बेस्ट मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग किया जाएगा जिससे वे सपोर्ट से अपनी सेल्फी अपलोड करेंगे ऐसे में इस बात का पता चल सकेगा कि सभी अधिकारी नियम का पालन ठीक से कर रहे हैं या नहीं।


Body:भिंड जिले में इन दिनों समीनी विवाद के कई मामले देखने को मिले हैं जहां अक्सर जमीन को लेकर हुआ छोटा सा विवाद एक बड़ा रूप ले लेता है और लोग कानून को अपने हाथ में ले लेते हैं क्योंकि पिछले कई दिनों में लगातार फायरिंग और मारपीट जैसे मामले देखने को मिले हैं।

बाइट- पीड़ित

इन जमीनी विवादों की बढ़ती संख्या को लेकर जिला कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन ने नई रणनीति इसके लिए बनाई है मध्य प्रदेश सरकार के नए आदेश जिसमें पटवारियों और आर आई को हफ्ते में 2 दिन अपने क्षेत्र में रुककर लोगों के विवाद के लिए आवेदन लेने और निराकरण करने के लिए कहा है इस आदेश का ठीक से पालन हो इसके लिए अब जिला प्रशासन द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को मोबाइल में जीपीएस बेस्ड एप्लीकेशन सिस्टम लागू किया जा रहा है जिससे शिविर के दौरान पटवारी और दूसरे अधिकारी ग्रामीणों के बीच जाकर एक सेल्फी उस एप्लीकेशन में अपलोड करेंगे जिससे उनकी लोकेशन और टाइमिंग मॉनिटर होगी। इसके साथ ही लैंड रिकॉर्ड मैं अव्यवस्था के चलते हुई गड़बड़ी की बात मानते हुए कलेक्टर ने बताया के जल्द ही सभी रिकॉर्ड अपडेट करा लिए जाएंगे।

बाइट - छोटे सिंह, कलेक्टर, भिंड

वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा भी इन विवादों की स्थितियों को कम करने के लिए नई रणनीति के तहत एसपी ने बताया कि कुछ पुलिस अधिकारी जिला प्रशासन की टीम के साथ जाएंगे जिससे कि मौके पर मिलने वाले आवेदनों के आधार पर इन विवादों में दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले का तुरंत निराकरण करवा सकें

बाइट- रुडोल्फ अल्वारेस, पुलिस अधीक्षक, भिंड


Conclusion: पटवारी और आरआई जैसे अधिकारियों की मॉनिटरिंग के लिए भी समय-समय पर तहसीलदार औचक निरीक्षण करेंगे इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि सभी विभागों में धीरे-धीरे यह व्यवस्था लागू की जाएगी इसके साथ ही जो जिला प्रशासन के टूर वाहन हैं उन्हें भी जीपीएस से लैस किया जाएगा जिससे उनका दुरुपयोग ना हो सके और हर अधिकारी उस जगह उपस्थित रहे जहां उसका काम है अब देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है और इस पहल से जमीनी विवाद किस हद तक सुलझते हैं।

भिंड से ईटीवी भारत के लिए पियूष श्रीवास्तव की रिपोर्ट
Last Updated : Aug 3, 2019, 11:38 PM IST
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